जयपुर. राम मंदिर निर्माण के चंदे के गबन की खबरों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किए गए ट्वीट पर देर रात भाजपा नेता जमकर बरसे. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने तो यह तक लिख दिया कि आरोप लगाकर गायब होना, फिर मानहानि का मुकदमा होने पर माफी मांगना, राम मंदिर चंदे के गबन का आरोप लगाने वालों की पुरानी फितरत है.
पूनिया ने लिखा कि इस मामले में राजनीति करने वालों को जल्द जवाब मिलेगा, लेकिन राजस्थान की जनता ने सर्वाधिक दान देकर जो विश्वास जताया है, वह कभी नहीं टूटेगा. सतीश पूनिया यहीं नहीं रुके, बल्कि यह भी लिख दिया कि भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनाने से रोकने के लिए आपके आलाकमान ने तो वकीलों की फौज खड़ी कर दी थी और रामसेतु काल्पनिक बता दिया था. चिंता मत करिए गहलोत जी भव्य राम मंदिर बनकर रहेगा.
सतीश पूनिया ने यह ट्वीट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक ट्वीट पर रिप्लाई के रूप में किया, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा था कि "राजस्थान की जनता ने आस्था के साथ राम मंदिर निर्माण में देश भर में सर्वाधिक योगदान दिया था, लेकिन निर्माण कार्य की शुरुआत में ही चन्दे के गबन की खबरों से आमजन की आस्था डिग गई है. कोई विश्वास नहीं कर पा रहा है कि मिनटों में कैसे जमीन का दाम 2 करोड़ रुपये से 18 करोड़ रुपये हो गया.
प्रदेश के बंशी पहाड़पुर से अवैध खनन कर गुलाबी पत्थर राम मन्दिर के लिए भेजा जा रहा था. हमने प्रयास किया कि इस पावन कार्य में अवैध तरीके से निकाला गया पत्थर न जाए, इसलिए हमने प्रयास कर यहां हो रहे पत्थर खनन के कार्य को भारत सरकार से लीगल तरीके से वैधता दिलवाई, जिसका हमें संतोष है, लेकिन इस पावन कार्य में मंदिर निर्माण के लिए बने ट्रस्ट द्वारा ही आर्थिक हेर-फेर की अनैतिक गतिविधियां करने से देश भर के श्रद्धालु बेहद आहत हैं. कोई सोच नहीं सकता था कि मन्दिर निर्माण जैसे पवित्र काम में भी लोग घोटाले करने लगेंगे.
केन्द्र सरकार को अविलंब इस मामले की जांच करवानी चाहिए, जिससे लोगों की आस्था एवं विश्वास बना रहे और देशवासियों की आस्था के साथ खिलवाड़ के दोषियों को सजा मिल सके.