जयपुर. 20 जिलों के 90 निकायों में आए चुनाव परिणाम में भाजपा पिछले चुनाव की तुलना में पिछड़ गई और इस बात को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने भी स्वीकार कर लिया, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अलग-अलग लोग अलग-अलग व्याख्या करेंगे. एक सीधा सा कटु सत्य है कि जिसकी सरकार होती है, उसको इसमें लाभ मिलता है.
जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान पूनिया ने कहा कि निकाय चुनावों में लाभ की भी आप तुलना करेंगे तो कांग्रेस पार्टी का इन चुनाव में वोट शेयर कम हुआ है. कांग्रेस पार्टी विपक्ष में थी तो उनके 25 थे और हमारे 39 बोर्ड बने हैं. यानि विपक्ष में हमारी भूमिका मजबूती के साथ ज्यादा मुखर हुई.
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पूनिया ने कहा कि निगम एक था, जो कांग्रेस को जीतना चाहिए था, लेकिन हारे. नगर परिषदें 9 थी, जिसमें 5 और एक निर्दलीय के सहारे मतलब 6 हम लोग जीते, 6 में कांग्रेस हारी. कुल मिलाकर छोटी नगरपालिकाएं, उसमें परिसीमन एक बड़ा कारण था, दूसरा कारण इस जोड़-तोड़ का और जुगाड़ का सिस्टम था, इसमें कांग्रेस पार्टी ने सरकारी मशीनरी का बेहद दुरुपयोग किया और इसलिए सामान्य तौर पर जहां संख्यात्मक तौर पर कमी थी, वहां निर्दलीयों ने निर्णायक भूमिका निभाई और कांग्रेस पार्टी ने निर्दलीयों को मैनेज करने में सफल हुई, इसलिए ये केवल आंकड़ा है, आंकड़े के पीछे की कहानी सरकार की विफलता की है.