जयपुर. प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मसले पर भाजपा ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बतौर गृहमंत्री के रूप में इस्तीफा देने की मांग की है. वहीं, प्रदेश सरकार के पूरी तरह फेल होने की बात कही है.
मंगलवार को ईटीवी भारत से बातचीत में पूनिया ने यह भी कहा कि मौजूदा हालातों में राजस्थान में अपराधियों के हौसले बुलंद हुए हैं और जनता में भय बढ़ा है. पूनिया ने कहा कि जहाजपुर क्षेत्र में एसडीम के सामने उनके ड्राइवर कुलदीप शर्मा को जिस तरह बजरी माफिया ने कुचला, उस घटना को सामान्य नहीं माना जा सकता. इस पर सरकार को निश्चित तौर पर जवाब देना चाहिए. जब प्रदेश में मुख्यमंत्री ने ही गृहमंत्री का भी जिम्मा संभाल रखा है तो जवाब या कार्रवाई की उम्मीद किससे की जाए.
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राजस्थान में गृह विभाग पूरी तरह फेल...
उन्होंने कहा कि मौजूदा हालातों में ऐसा लगता नहीं कि राजस्थान में गृह मंत्रालय भी है. यही कारण है कि वे मुख्यमंत्री से गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. पूनिया के अनुसार अपराध तो कोरोना काल से पहले भी होते आए हैं. वहीं, कोरोना के दौरान राजस्थान में अपराधों की संख्या में कमी तो आई लेकिन हत्या, लूट, गैंग रेप और छेड़छाड़ जैसे गंभीर और संगीन अपराधों में कोई कमी नहीं आई. उनके अनुसार पिछले दिनों गैंगरेप, छेड़छाड़, लूट और हत्या के कई मामले सामने आए हैं.
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सरकार है बजरी माफिया के चंगुल में...
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूनिया ने यह भी कहा कि राजस्थान में सरकार बजरी माफिया के चंगुल में रह कर काम कर रही है. यही कारण है कि पिछले दिनों ऐसी कई घटनाएं सामने आईं, जिसमें बजरी माफिया ने पुलिस पर हमला किया और आम जनता को भी सड़क पर कुचला. बावजूद इसके, अब तक बजरी माफिया पर अंकुश लगाने में सरकार नाकाम ही साबित हुई है. पूनिया ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान भी प्रमुखता से यह मसला उठा और कांग्रेस के ही विधायक भरत सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस बारे में साफ-साफ कहा भी. ऐसे में अब इन चीजों के लिए किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है, इसलिए प्रदेश की सरकार इस मामले में शक के घेरे में है.