जयपुर. पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक (PM Security Breach) के मामले में आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर सियासी बवाल मच गया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia Targets Cm Gehlot) और प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ ने दोनों के बयानों को अप्रासंगिक, गैर-जिम्मेदार और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.
पूनिया ने बयान जारी कर कहा कि मैंने मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ की प्रेस वार्ता को सुना. मुझे अफसोस हुआ कि जहां देश की जनता पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक से हैरान और चिंतित है, वहीं राजस्थान के सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष न केवल गैर-जिम्मेदाराना तरीके से बल्कि गैर-तार्किक बात कह रहे हैं.
पूनिया ने कहा कि राजस्थान की जनता जानना चाहती है कि क्या कांग्रेस पार्टी को प्रधानमंत्री की सुरक्षा की चिंता नहीं है? और यदि फिक्र है तो इस प्रकार के पुराने तर्क क्यों दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पत्रकार वार्ता से लग रहा है कि पंजाब कांग्रेस के हाथ से जा रहा है और साल 2023 में राजस्थान भी.
बचकाना, गैर जिम्मेदाराना और आलाकमान को खुश करने वाला था गहलोत-डोटासरा का बयान
वहीं प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी बयान जारी कर (Rajendra Rathore Targets CM Gehlot) पीसीसी चीफ और मुख्यमंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयान को बचकाना और गैर-जिम्मेदाराना बताया. उन्होंने इस बयान को कांग्रेस आलाकमान को खुश करने वाला बताया. राठौड़ ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों की धज्जियां उड़ाने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पड़ोसी राज्य पंजाब कांग्रेस सरकार के कुकृत्य को छुपाने का असफल प्रयास कर रहे हैं.
राठौड़ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री जो खुद संवैधानिक पद पर आसीन हैं उसके बावजूद प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक करने वाली पंजाब सरकार की गलतियों को छुपाकर केंद्रीय एजेंसी एसपीजी और आईबी को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. क्या मुख्यमंत्री इस बात से अनभिज्ञ हैं कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान संबंधित राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य प्रशासन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी होती है. राठौड़ ने कहा कि देशभर में पंजाब सरकार की हो रही फजीहत को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान के आदेश पर मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ बिना तथ्यों के पंजाब सरकार को बेगुनाह साबित करने में लगे हुए हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.
वहीं भाजपा विधायक और पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने भी बयान जारी कर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा है. सराफ ने कहा कि पंजाब कांग्रेस सरकार अब राजनीति के निचले स्तर पर आ गई है. कांग्रेस इतनी गिर चुकी है कि उन्हें प्रधानमंत्री की सुरक्षा से भी समझौता कर लिया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार शाम प्रेस वार्ता कर पंजाब में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की ही नाकामियां गिनाई थी. साथ ही इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कई बड़े सवाल भी खड़े किए थे.