जयपुर. 'नो स्कूल-नो फीस' अभियान के तहत जिले में अभिभावकों का संघर्ष लगातार जारी है. 'नो स्कूल-नो फीस' को लेकर संयुक्त अभिभावक समिति की तरफ से अब एक अहम निर्णय लिया गया है. समिति ने फैसला किया है कि, आने वाले निगम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों को वोट ना देकर निर्दलीय प्रत्याशियों को वोट देंगे.
संयुक्त अभिभावक समिति का कहना है कि, 'नो स्कूल-नो फीस' को लेकर हम कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के नेताओं के पास गए थे. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है लेकिन, उन्होंने इस मुद्दे पर हमारी कोई सहायता नहीं की और भाजपा ने भी कभी नहीं कहा कि वो इस मुद्दे पर हमारे साथ हैं. इसलिए हमने दोनों ही प्रमुख पार्टियों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. आने वाले निगम चुनाव में हम निर्दलीय प्रत्याशियों का समर्थन करेंगे.
संयुक्त अभिभावक समिति के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा कि, प्रत्याशियों का समर्थन इस वादे के साथ दिया जा रहा है कि निगम चुनाव में इस मुद्दे को आगे लेकर जाएंगे. इस संबंध में प्रत्याशियों से शपथ पत्र भी लिया गया है. हम राजनीतिक पार्टियों को आइना दिखाना चाहते हैं कि आम मतदाता से राजनीतिक पार्टियों होती है, ना की राजनीतिक पार्टियों से आम मतदाता. यदि आम जनता ने अपने नेता चुन लिए तो, इन राजनीतिक पार्टियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.
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संयुक्त अभिभावक समिति के प्रवक्ता मनमोहन सिंह ने कहा कि, निर्दलीय प्रत्याशियों ने हमें बहुत समर्थन किया है और हम उनके शुक्रगुजार हैं. 15-15 साल से जो कार्यकर्ता पार्टी की सेवा कर रहे हैं, उनकी टिकट काटकर अपने चहेतों को दे दी गई. इसलिए वो उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ना पड़ रहा है. हर व्यक्ति एक अभिभावक है और ये फीस का मुद्दा नहीं होकर भावनाओं का मुद्दा है. जिस स्कूल में बच्चा पढ़ता है, उससे उसकी भावनाएं जुड़ी रहती हैं. लेकिन स्कूल प्रशासन भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है.
बता दें कि, संयुक्त अभिभावक समिति की तरफ से निर्दलीय प्रत्याशियों की सूची भी जारी की गई है. जिनको समिति की तरफ से समर्थन दिया जाएगा. इसमें 5 प्रत्याशी हेरिटेज नगर निगम और 23 प्रत्याशी ग्रेटर नगर निगम के शामिल हैं. समिति का दावा है कि आने वाले दिनों में इस सूची में और भी प्रत्याशी जुड़ेंगे.