जयपुर. संस्कृत काॅलेज और विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष-द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया जाएगा और अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाएगी. यह प्रस्ताव संस्कृत शिक्षा विभाग की ओर से तैयार किया गया है. इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अंतिम मुहर लगाएंगे.
संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने शुक्रवार को इस संबंध में विभाग की समीक्षा बैठक ली. बैठक के बाद जारी बयान में उन्होंने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संस्कृत शिक्षा का शाला दर्पण तैयार हो रहा है. उसे शीघ्र ही पूरा करके पूरे सिस्टम को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही शिक्षकों की वेतन और नियुक्तियों से संबंधित समस्याओं का जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने बजट घोषणा 2021-22 में 25 करोड़ की लागत के वेद विद्यापीठ की स्थापना के लिए सुझाव देने के लिए एक कमेटी बनाने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होने राजस्थान संस्कृत महाविद्यालय सेवा नियम 2021 का प्रशासनिक अनुमोदन करने के साथ ही लंबित भर्तियों को शीघ्र पूरा करवाने करने के भी निर्देश दिए.
आरपीएससी से चयनित 264 स्कूल व्याख्याताओं की भर्ती प्रक्रिया को एक महीने के भीतर पूरा करने और वित्त विभाग की ओर से संस्कृत शिक्षा में स्वीकृत किए गए शिक्षक ग्रेड-3 के 1777 पद रीट के माध्यम से भरने के भी निर्देश दिए.
शून्य नामांकन वाली संस्कृत शालाओं के बारे में सरकार को लिखेंगे
डाॅ गर्ग ने निर्देश देते हुए कहा कि जिन संस्कृत प्राथमिक विद्यालयों में नामांकन शून्य है. उनके बारे में अग्रिम निर्णय के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किए जाएं. ऐसे संस्कृत स्कूल और महाविद्यालय जिनकी खुद की जमीन या भवन नहीं है. उनके प्रस्ताव भी सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जर्जर भवनों की मरम्मत करवाने के निर्देश भी मंत्री सुभाष गर्ग ने दिए हैं.
वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड की स्थापना को लेकर वेबिनार में होगी चर्चा
संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ सुभाष गर्ग ने वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड की स्थापना के लिए वेबिनार का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जगद्गुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय और संस्कृत शिक्षा निदेशालय में जनसम्पर्क अधिकारी का एक-एक पद सृजित करवाने के निर्देश भी दिए. डॉ सुभाष गर्ग ने बताया कि जल्द होने वाले वेबिनार में वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड के गठन के ड्राफ्ट और स्वरूप को लेकर चर्चा की जाएगी.