जयपुर. प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच प्रदेश भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है. शर्मा ने यह मांग विधायक राजेंद्र गुढ़ा के उस बयान को लेकर की है, जिसमें उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि यदि पूनिया में हिम्मत है तो विधानसभा में 72 विधायक प्रवेश करके दिखाएं.
विधायक रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इशारे पर कांग्रेस विधायक गुंडागर्दी पर उतर आए हैं. ऐसे में मेरी मांग है कि प्रदेश में वर्तमान हालात को देखते हुए राष्ट्रपति शासन लगाया जाए. उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया को लेकर राजेंद्र गुढ़ा द्वारा दिया गया यह बयान आपत्तिजनक और निंदनीय है. रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से प्रदेश में बड़ी घटना होने की आशंका है.
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ऐसे में प्रदेश में माहौल खराब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसी भी हद तक जा सकते हैं. शर्मा ने मांग करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाए और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां लगाई जाए.
अशोक गहलोत के पास है प्रताप सिंह का रिमोट -रामलाल शर्मा
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने भाजपा नेताओं पर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इनका रिमोट तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है. रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रतापसिंह खाचरियावास खुद के मंत्रालय में हुए करोड़ों के घोटाले के बाद से सचिन पायलट के खेमे से पलटी मारकर अशोक गहलोत खेमे में आ गये हैं और अब गहलोत के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए भाजपा के नेताओं पर बे-सिर पैर के बयान देते रहते हैं.