जयपुर. राजधानी जयपुर में शुक्रवार को हंगामा हो गया, जहां लोगों ने एक रिटायर्ड फौजी से बदतमीजी पर थाने का घेराव किया. इतना ही नहीं, इस मामले में आला अधिकारियों को माफी तक मांगनी पड़ी. जब माफी मांगने पर भी बात नहीं बनी तो आला अधिकारियों ने 10 दिन का समय मांग और जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आश्वासन दिया. 10 दिन के अंदर किसी भी तरह का एक्शन नहीं लिए जाने पर थाने का घेराव करने वाले विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों व स्थानीय लोगों ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
ताज्जुब की बात यह है कि थाने में प्रताड़ित किए गए अन्य लोगों को जब इस बात की भनक लगी तो वह भी इकट्ठा होकर थाने का घेराव करने पहुंच गए, जिससे स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ गई. विप्र महासभा के अध्यक्ष सुनील उड़ेईया ने बताया कि रिटायर्ड फौजी राजकुमार शर्मा के साथ मुहाना थाने के थाना अधिकारी लाखन सिंह खटाना द्वारा गलत व्यवहार किया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया. जिसकी सूचना मिलने पर विभिन्न संगठन के पदाधिकारी प्रदर्शन करते हुए (Police Station Siege in Jaipur) थाने का घेराव करने पहुंच गए.
पढ़ें : ये कैसी सजा! लगातार 108 किलोमीटर दौड़ लगाकर बोले MLA बलजीत यादव, खुद को दे रहा सजा... जानिए क्यों ?
वहीं, इसी दौरान अन्य मामलों में प्रताड़ित किए जाने वाले लोग भी बड़ी तादाद में थाने का घेराव करने पहुंच गए. डीसीपी साउथ मृदुल कच्छावा शहर से बाहर होने के चलते थाने नहीं पहुंच सके और उन्होंने प्रोबेशनर आईपीएस एसीपी मानसरोवर हरिशंकर यादव को थाने पर भेजा. जिन्होंने रिटायर्ड फौजी सहित उन तमाम लोगों से माफी मांगी, जिन्होंने थानाधिकारी पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं. इसके बाद 10 दिन में जांच कर और जांच में दोषी पाए जाने पर थानाधिकारी पर सख्त एक्शन लेने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद थाने का घेराव कर रहे लोगों ने 10 दिन में कार्रवाई नहीं करने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी देकर धरना समाप्त किया.