जयपुर. उच्च माध्यमिक सरस्वती बालिका विद्या मंदिर जवाहरनगर में एक दिवसीय 'व्याख्यान माला' का आयोजन किया गया. जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने शिरकत की. जहां उन्होंने राष्ट्रीय निर्माण में युवाओं की भूमिका नामक व्याख्यान माला में अपने उद्बोधन से युवाओं को जागरूक किया.
विद्या भारत राजस्थान के तत्वावधान में जयदेव पाठक जन सेवा न्यास की ओर से आयोजित हुए कायर्क्रम के मुख्य वक्ता आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि युवाओं में अकूट बल है, साहस करने की व्रती है और परिश्रम करने की तैयारी है लेकिन दिशा मिलना आवश्यक है. ऐसे में उनको जो रोल मॉडल सामने दिखते है, तो उनको फॉलो करने की तैयारी है. रोल मॉडल ही बनकर और समाज को संगठित करते हुए भारत को आगे बढ़ाना है.
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इस मौके पर सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि भारत के युवाओं ने सदैव देश हित में काम किया है, फिर भी आवश्यकता दिशा देने की है. जिस तरह से नदी का पानी समाहित होकर के बहता है. यदि उसे दिशा दे दी जाए तो वहीं पानी धरती को हरा भरा कर देता है लेकिन दिशा नहीं मिले तो वो पानी सीधा नदी में बह जाता है. इसलिए आवश्यकता इस बात है कि हमारे युवाओं को ठीक उचित दिशानिर्देश मिले और मार्गदर्शन मिले. जिससे एक अच्छे वातावरण में भारत का युवा पूरे विश्व में अपने देश को उच्चस्तर पर ले जाएगा.
वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीकर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जयपुर के कुलपति प्रो. जीतसिंह संधू और अध्यक्षता कर रहे वैदिक आश्राम पिपराली के अध्यक्ष और सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले आचार्यों और प्रधानाचार्यों को सम्मानित भी किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रोतागण मौजूद रहे.