जयपुर . बीकानेर के कोलायत में हुई जमीन खरीद के मामले में रॉबर्ट वाड्रा जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए हैं. उनसे ईडी के अधिकारी एक चरण की पूछताछ कर चुके हैं. वहीं, जयपुर में ईडी के सामने जाने से पहले वाड्रा ने ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं.
वाड्रा ने सुबह करीब 10 बजे ट्वीटर किए पोस्ट में लिखा है कि वह आम चुनाव के लिए प्रचार शुरू होने से ठीक पहले मुझसे पूछताछ क्यों की जा रही है. वाड्रा ने सवाल करते हुए लिखा है कि अगर कोई मुद्दा या गैरकानूनन कुछ था जो सरकार को मिला था. तो फिर सरकार इस मामले में कार्रवाई करने में 4 साल और 8 महीने क्यों लगा दिए. आम चुनाव के लिए प्रचार शुरू होने से पहले मुझे फोन करना. क्या इसे भारत के लोग चुनावी हथकंडे के रूप में नहीं देखते हैं. पोस्ट में लिखा है कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) दिल्ली में तीन दिन में पूछताछ हो चुकी है. उन्होंने लिखा कि 'मैने हमेशा से नियमों की पालना की है. अनुशासित व्यक्ति होने के नाते हर सवाल का जवाब सम्मान के साथ दूंगा, मेरे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है'.
उन्होंने लिखा कि 'भगवान हमारे साथ है'. इस पोस्ट में वाड्रा अपनी मां को पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर भी भावुक हुए. उन्होंने लिखा कि अपनी 75 वर्षीय मां के साथ जयपुर पहुंचे हैं. यहां वे ईडी का सामना करेंगे. इसमें लिखा है कि बुजुर्ग मां जिसने अपनी बेटी को कार दुर्घटना में खो दिया. वहीं, बीमार बेटे और पति को भी खो दिया. तीन-तीन मौतें होने के बाद उन्हें मैं अपने कार्यालय में साथ रखता रहा, जिससे उनके साथ समय बिता सकूं. वाड्रा ने पोस्ट में लिखा है कि मेरे कार्यालय पर समय बिताने के नाते उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्हें बदनाम किया जा रहा है और पूछताछ के लिए बुलाया जाता है. आपको बता दें कि जयपुर में ईडी के सामने पेश हुए वाड्रा से ईडी के अधिकारी एक चरण की पूछताछ खत्म होने के बाद अब दोबारा से वाड्रा ईडी कार्यालय पहुंच गए हैं. गौरतलब है कि रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने बीकानेर के कोलायत में 275 बीघा जमीन खरीद के मामले में उनसे और उनकी मां से ईडी पूछताछ कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए 55 सवालों की सूची तैयार की है. राजस्थान हाईकोर्ट ने बीकानेर जिले के कोलायत क्षेत्र में 275 बीघा जमीन खरीद के मामले में रॉबर्ट वाड्रा के अलावा उनकी मां को 12 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने का निर्देश दिया था.