जयपुर. राजधानी में रोडवेज कर्मचारियों ने सिंधी कैंप बस स्टैंड पर एक घंटे के लिए बसों का चक्का जाम कर दिया. बुधवार को प्रदेश भर में रोडवेज के सभी बस अड्डे पर दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक 1 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया.
बता दें कि सिंधी कैंप बस स्टैंड पर रोडवेज के सैकड़ों कर्मचारियों द्वारा निकास द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया गया. रोडवेज श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने सरकार को वादा याद दिलाने के लिए जोरदार नारेबाजी कर विरोध जताया. वहीं 1 घंटे का कार्य बहिष्कार और बसों का चक्का जाम होने से यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. रोडवेज यूनियन एटक के प्रदेश अध्यक्ष एमएल यादव ने बताया कि रोडवेज श्रमिक संगठनों ने इससे पहले भी 10 और 11 अक्टूबर को 2 दिन का प्रदेश में धरना प्रदर्शन किया था.
दूसरे चरण में 17 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र टोंक में प्रदेश स्तरीय विशाल रैली निकाली गई. वहीं बुधवार को प्रदेश भर में एक घंटा कार्य बहिष्कार और बसों का चक्का जाम कर विरोध जताया गया.
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रोडवेज कर्मचारियों की ये है मांग
- 7वां वेतनमान लागू किया जाए
- 1500 नई बसों की खरीद की जाए
- रिटायर्ड कर्मचारियों का बकाया भुगतान किया जाए
- खाली पदों पर भर्ती की जाए
- बोनस का भुगतान किया जाए
साथ ही कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रोडवेज कर्मचारियों को मांग की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो दीपावली के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. अगर इसके बाद भी सरकार नहीं जागी तो रोडवेज कर्मचारी बसों का चक्का जाम कर देंगे. महासचिव किशन सिंह राठौड़ ने बताया कि चुनाव से पहले रोडवेज कर्मचारियों ने हड़ताल की थी. उस समय कांग्रेस के वर्तमान परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रोडवेज कर्मचारियों से वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद कर्मचारियों की मांगों को पूरा किया जाएगा. लेकिन अभी तक सरकार ने रोडवेज कर्मचारियों की तरफ ध्यान नहीं दिया.
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इसलिए सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए 1 घंटे का चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया है. अगर सरकार अभी नहीं सुनेगी तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा. पिछली बार रोडवेज कर्मचारियों ने नारा लगाया था कि बीजेपी भगाओ रोडवेज बचाओ और वह कर दिखाया. अगर यह सरकार भी नहीं सुनेगी तो वापस से वही नारा दोहराई जाएगी.
अलवर में भी प्रदेश संगठन के आह्वान पर रोडवेज कर्मियों ने किया हड़ताल
अलवर के केंद्रीय बस स्टैंड पर बुधवार को रोडवेज कर्मियों ने 1 घंटे की प्रदेश संगठन के आह्वान पर हड़ताल और कार्य बहिष्कार किया. इसकी वजह से अलवर से जाने वाली और आने वाली रोडवेज बस प्रभावित हुई और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. रोडवेज कर्मियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी गई कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश में रोडवेज का चक्का जाम कर दिया जाएगा.
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भाजपा सरकार के समय रोडवेज को बर्बाद किया गया. उसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने चुनाव से पूर्व रोडवेज कर्मियों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब कांग्रेस सरकार भी रोडवेज कर्मियों की सुनवाई नहीं कर रही है. इसलिए रोडवेज कर्मियों को आंदोलन के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है.