जयपुर. दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की (Babulal Nagar Meets Sachin Pilot). इसके राजनैतिक मायने खूब निकाले जा रहे हैं. कुछ का कहना है कि पायलट के बढ़ते कद और उनकी दूदू विधानसभा क्षेत्र में मजबूत पकड़ का नागर को अंदाजा है तभी उन्होंने हाथ बढ़ाए हैं. इसे उनकी जरूरत बताया जा रहा है. इस मुलाकात में क्या बात हुई इसका खुलासा तो नहीं हुआ है लेकिन पायलट खेमे पर इसका साइड इफेक्ट दिखने लगा है.
पायलट के समर्थक और दूदू विधानसभा (Ritesh Bairwa from Dudu) से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके रितेश बैरवा आहत हैं. इसे उनकी नाराजगी कहें या फिक्र लेकिन उन्होंने चेतावनी से भरी अपील सोशल मीडिया के जरिए सचिन पायलट तक पहुंचाई है.
बच कर रहें आस्तीन के सांप से: बैरवा ने बाबूलाल नागर को सांप बताया है.अपने पोस्ट में बैरवा ने नागर के अपशब्दों की याद दिलाई है. गुजारिश की है कि उनसे दूर रहें नहीं तो उनके समर्थकों का मनोबल टूट जाएगा. लिखा है- आप नागर को गले लगाकर उन हजारों कार्यर्ताओं का मनोबल तोड़ रहे हो, जिन्होंने हर जगह आपके स्वागत, सम्मान व जयकारों में कभी कमी नहीं होने दी. बाबूलाल नागर इन हजारों का हमेशा से ही शोषण करते आए हैं. इन्होंने आपके जयकारे लगाने पर कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करवा दिया था. सचिन पायलट साहब दूदू विधानसभा क्षेत्र का हर एक कार्यकर्ता व आपका समर्थक ये चाहता हैं, कि आप इस (बाबूलाल नागर) आस्तीन के सांप से दूर रहें तो ही अच्छा हैं, वरना ये कार्यकर्ता आपको छोड़ कर चला जाएगा.
क्यों खफा हैं बैरवा: आपको बता दें की माना जाता है कि बाबूलाल नागर का टिकट सचिन पायलट के विरोध के चलते ही दूदू विधानसभा से कटा था और सचिन पायलट ने दूदू विधानसभा से कांग्रेस का टिकट रितेश बैरवा को दिलवाया था. लेकिन बाबूलाल नागर निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत गए और वर्तमान में वो मुख्यमंत्री के सलाहकारों में से एक हैं. बाबूलाल नागर को सचिन पायलट का विरोधी भी माना जाता है. समीकरण कुछ बदले हैं और राजनैतिक माहौल पायलट के अनुरूप है. दूदू विधानसभा में सचिन पायलट की पकड़ को बाबूलाल नागर नकार नहीं सकते यही कारण है कि वो मंगलवार को सचिन पायलट से उनके निवास पर मिलने गए.