जयपुर. राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा) के सदस्यों की ओर से जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर किया जा रहा आमरण अनशन रविवार को छठे दिन भी जारी रहा. वहीं आज आमरण अनशन के दौरान 7 सदस्यों की तबीयत बिगड़ गई. जिसपर सभी को मेडिकल टीम के जरिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. रेसा के सदस्य जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. इनमें से रविवार को 4 महिलाओं और 3 पुरुषों की तबीयत खराब हो गई है. जिन्हें पुलिस सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया है.
जानकारी के अनुसार प्रदर्शन कर रही पुष्पा शेखावत, रेशमी, श्वेता अहूजा, अनीता लांबा, नरसी राम गुर्जर, संजीव धेतरवाल, प्रेम प्रकाश मीणा की तबीयत खराब हुई है. प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार ने अभी तक कोई पहल नहीं की है. वहीं, बिजयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद के 21 सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया था.
बता दें कि रेसला संगठन के आमरण अनशन के विरोध में यह आमरण अनशन शुरू किया गया है. इनमें से 6 सदस्यों की तबीयत दो दिन बाद बिगड़ गई थी. जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. वहीं, तबीयत ठीक होने के बाद सभी सदस्य फिर से आमरण अनशन में शामिल हो गए थे. आमरण अनशन से रविवार को 7 लोगों की तबियत खराब हो गई थी.
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जानकारी के अनुसार 9 मार्च से रेसा के 22 सदस्य आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण गोदारा ने बताया कि विभाग की ओर से प्रधानाचार्य पदोन्नति में अनुपातिक परिवर्तन किया जा रहा है. जिसका हम विरोध कर रहे हैं. इस परिवर्तन से विभाग की बड़ी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद नियुक्ति पाने वाले युवाओं की पदोन्नति का अवसर पूरी तरह से बंद हो जाएगा. एक अन्य संगठन रेसला प्रधानाचार्य पदोन्नति में आनुपातिक परिवर्तन चाहता है. मुख्यमंत्री ने भी इस प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है, लेकिन रेसला संगठन की ओर से सरकार पर दबाव बनाने के लिए अनशन किया जा रहा है.