जयपुर. पुलिस कांस्टेबल भर्ती-2020 की लिखित परीक्षा का परिणाम विवादों में आ गया है. अजमेर जीआरपी और राजसमंद जिले के पदों को लेकर जारी परिणाम में हुई अनियमितता को लेकर हाईकोर्ट में याचिका पेश की गई है. इस पर 18 मार्च को सुनवाई हो सकती है.
पढ़ें- राजसमंद विधानसभा सीट पर उपचुनाव में संशय, HC में 19 मार्च को होगी अगली सुनवाई
दिनेश कुमार जाखड़ और अन्य की ओर से पेश याचिका में अधिवक्ता रामप्रताप सैनी ने बताया कि भर्ती विज्ञापन की शर्तो के तहत विभाग को पदों के मुकाबले पांच गुना अभ्यर्थियों को पास करना था. जबकि भर्ती परिणाम में पदों के मुकाबले पांच गुना अभ्यर्थियों को पास नहीं किया गया. वहीं, ओबीसी वर्ग के 285 अभ्यर्थियों के बजाए सिर्फ 97 अभ्यर्थियों को ही पास किया गया. याचिका में यह भी कहा गया कि लिखित परीक्षा के परिणाम में भूतपूर्व सैनिक कोटे में अभ्यर्थियों को तय अनुपात के बजाए अधिक आरक्षण का लाभ दिया गया है.
रिश्वत में अस्मत मांगने वाले आरोपी RPS कैलाश बोहरा को भेजा जेल
जयपुर एसीबी मामलों की विशेष अदालत ने पीड़िता से रिश्वत में अस्मत मांगने वाले आरोपी आरपीएस कैलाश बोहरा को 26 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. वहीं, अदालत ने जेल अधीक्षक को कहा है कि वह जेल नियमों के तहत आरोपी को चिकित्सा सहित अन्य सुविधाएं दे.
एसीबी की ओर से कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी कैलाश बोहरा को एसीबी कोर्ट में पेश किया गया. एसीबी की ओर से कहा गया कि मामले में आरोपी से पूछताछ पूरी कर ली गई है. ऐसे में उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया जाए. इस पर अदालत ने आरोपी को 26 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया.