उदयपुर. वल्लभनगर और धरियावद चुनाव के परिणाम आज सामने आ जाएंगे. इन चुनावों से यह तय होगा कि सत्ताधारी दल कांग्रेस दोनों सीटों पर चुनाव जीतती है या फिर मुकाबला 1-1 से बराबर होता है. राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के नतीजों से ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वल्लभनगर और धरियावद दोनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा किया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अलवर और धौलपुर में जिस तरह कांग्रेस की जीत हुई है, उसी तरह वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीटों के उपचुनाव में जनता भाजपा का सूपड़ा साफ कर देगी.
वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव
बता दें, इस बार वल्लभनगर में 71 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है. पहली बार वल्लभनगर में चतुष्कोण मुकाबला देखने को मिल रहा है. कांग्रेस भाजपा और जनता सेना के अलावा आरएलपी भी मैदान में है. इनके साथ ही कुल 9 उम्मीदवार के भाग्य का फैसला आज ईवीएम से बाहर आएगा. इस सीट पर कांग्रेस ने जहां शक्तावत परिवार पर विश्वास जताते हुए प्रीति शक्तावत को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने लंबे समय का सूखा खत्म करने के लिए एक नए युवा समाजसेवी हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा है.
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वल्लभनगर सीट पर कांग्रेस, भाजपा, जनता सेना और आरएलपी के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला है. यह सीट कांग्रेस के पायलट कैंप के माने जाने वाले विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के बाद खाली हुई थी.
धरियावद विधानसभा उपचुनाव
वहीं, धरियावद विधानसभा सीट पर भी आज मतगणना होगी. इस बार धरियावद विधानसभा सीट के उपचुनाव पर बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां भाजपा कांग्रेस की सीधी टक्कर है. इस बार जहां कांग्रेस ने नगराज मीणा को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा के खेत सिंह मीणा मैदान में हैं.
प्रतापगढ़ जिले की धरियावद विधानसभा सीट एसटी के लिए आरक्षित सीट है. भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के बाद 10 महीने से यह सीट खाली है. धरियावद से भाजपा और कांग्रेस के अलावा 7 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं. इस सीट पर भाजपा कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला होगा, लेकिन बीटीपी और निर्दलीय प्रत्याशी भी पूरा जोर लगा रहे हैं.
भाजपा विधायक गौतमलाल मीणा के बेटे कन्हैया लाल मीणा को पार्टी की तरफ से टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी, लेकिन पार्टी ने कन्हैया लाल को टिकट नहीं दिया. हालांकि, कन्हैया लाल को संगठन में जिम्मेदारी देकर मना लिया गया, लेकिन उनके समर्थकों में टिकट न मिलने का मलाल है. टिकट का एलान हुआ तो कन्हैया लाल के निवास लड़ासिया में उनके समर्थक जुट गए थे. मुख्यमंत्री गहलोत भी गौतमलाल मीणा के घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे, जिस पार राजनीति गरमा गई थी. भाजपा ने खेत सिंह मीणा पर दांव खेला है. खेत सिंह प्रतापगढ़ अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला प्रमुख हैं.