जयपुर. प्रदेश में पिछले आठ दिनों से रेजिडेंट चिकित्सक नीट पीजी काउंसलिंग को जल्द शुरू करने की मांग को (Resident Doctors Strike in Rajasthan) लेकर हड़ताल पर हैं. सोमवार रात 8 बजे से चिकित्सकों ने तमाम इमरजेंसी सेवाओं का भी कार्य बहिष्कार कर दिया है. इससे पहले सिर्फ ओपीडी सेवाओं का कार्य बहिष्कार किया गया था.
सोमवार को रेजिडेंट्स ने राज्य सरकार को 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा. मामले में राज्य सरकार के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार से जुड़ा हुआ है और हमने इसके लिए केंद्र को पत्र भी लिखा है. वहीं, रेजिडेंट्स का दबाव कम करने के लिए 1054 पद जूनियर रेजिडेंट्स के स्वीकृत किए गए हैं.
रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांग है कि नीट पीजी काउंसलिंग को जल्द से जल्द शुरू किया जाए. हालांकि काउंसलिंग से जुड़ा मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. लेकिन रेजिडेंट चिकित्सकों का कहना है कि सरकार मामले में हस्तक्षेप करें.
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चिकित्सक इस मांग को लेकर लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में सोमवार को डॉक्टर्स ने चेतावनी देते हुए कहा था कि रात 8 बजे बाद वे पूर्ण रूप से सभी सेवाओं का कार्य बहिष्कार करेंगे. इसमें आईसीयू और आपातकालीन सेवाएं भी शामिल हैं.
रेजिडेंट चिकित्सकों का कहना है कि काउंसलिंग नहीं होने के कारण नया बैच मेडिकल कॉलेज में शुरू नहीं हो पा रहा है. ऐसे में उन पर काम का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं हाल ही में प्रदेश के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर काउंसलिंग मामले में आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह किया था. साथ ही इस दौरान 1054 जूनियर रेजिडेंट चिकित्सकों के अस्थाई पद भी स्वीकृत किए गए थे.