जयपुर. गणतंत्र दिवस पर वर्षों से चली आ रही परंपरा मंगलवार सुबह जयपुर के बड़ी चौपड़ पर फिर निभाई गईय जहां सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस ने पूर्वमुखी मंच पर झंडारोहण किया. वहीं, विपक्ष बीजेपी ने दक्षिण मुखी मंच पर ध्वज फहराया. इस दौरान दोनों मंच से स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के साथ कोरोना वॉरियर्स और वैक्सीन का भी जिक्र किया गया. सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश चलाने वाले न संविधान को मानते हैं न लोकतंत्र को. कुछ ताकतें लोगों को गुमराह कर रही है, लेकिन कांग्रेस लोकतंत्र को मजबूत करने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी.
यहां तिरंगा फहराने का है 'कोड ऑफ कंडक्ट': गौरतलब है कि राजस्थान में हमेशा दो ही दल प्रमुख रहे बीजेपी और कांग्रेस. अभी कांग्रेस की सरकार है और बीजेपी विपक्ष में. दोनों ही दल अलग दिशाओं में तिरंगा फहराते हैं. मंच भी दोनों के समीप ही लगते हैं. लेकिन, आज के दिन आपसी नाराजगी नहीं होती बल्कि दोनों दलों के नेता और कार्यकर्ता मिलकर एक दूसरे को जय हिंद कहते नजर आते हैं. यहां तिरंगा फहराने का 'कोड ऑफ कंडक्ट' निर्धारित है. पहले सत्ता पक्ष और कुछ देर बाद ही विपक्ष झंडा फहराता है. सत्तापक्ष के मंच का मुंह रामगंज चौपड़ की ओर देखता होता है, वहीं विपक्षी पार्टी के मंच का मुंह सांगानेरी गेट की ओर देखता हुआ रहता है.
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यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस की तरफ से सीएम अशोक गहलोत ने पूर्व मुखी मंच पर झंडारोहण किया. इस दौरान उन्होंने देश के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ स्वतंत्रता के बाद इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बलिदान को भी याद किया. साथ ही कहा कि आज देश में तनाव और अविश्वास का माहौल बना हुआ है. ये मुल्क सभी जाति, धर्म, अनेकता में एकता वाला है. अब तक देश संविधान की भावना के अनुरूप चला फिर भी सुनना पड़ता है कि 76 साल में देश का क्या हुआ. आज देश चलाने वाला वो है जिनका विश्वास न संविधान में है न लोकतंत्र. उन्होंने कहा कि सरकारें बदलती रहती हैं लेकिन ऐसी बातें सुनने को नहीं मिली.
हमेशा आजादी के बाद हुए विकास पर गर्व किया गया, लेकिन आज माहौल अलग बन गया है. लेकिन राजस्थान प्रदेश के अंदर सभी के सहयोग से कांग्रेस सुशासन दे रही है. विकास में कोई कमी नहीं रखी और कोरोना महामारी में भी सभी के सहयोग से राजस्थान का नाम पूरे देश दुनिया में पहुंचा. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार सब के आशीर्वाद से अपना काम कर रही है. उन्होंने आह्वान किया कि सच्चाई के रास्ते पर चलें. कांग्रेस ने इसके लिए अलग से शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ बनाया है क्योंकि देश में कुछ ताकतें लोगों को गुमराह कर रही है. लेकिन, कांग्रेस लोकतंत्र को मजबूत करने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी.
कटारिया ने किया ध्वजारोहण: उधर, विपक्ष के दक्षिण मुखी मंच पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ध्वजारोहण किया. इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया. बहरहाल, बड़ी चौपड़ पर सजे मंच से कहे गए शब्दों के सियासी महत्व बरसों से राजधानी के लोग समझ रहे हैं. बावजूद इसके छोटी काशी के दिल में बसी बड़ी चौपड़ पर लहराता तिरंगा कौमी एकता का संदेश देता है. यही आजादी की मूल भावना है, जिसे दलगत राजनीति की दीवारों को तोड़कर जयपुर की बड़ी चौपड़ बरसों से निभा रही है.
कौमी एकता का संदेश: बड़ी चौपड़ से कहे गए शब्दों का सियासी महत्व बरसों से राजस्थान की राजधानी के लोग समझ रहे हैं. इसके बावजूद छोटी काशी के दिल में बसे बड़ी चौपड़ पर लहराता तिरंगा कौमी एकता का संदेश देता है. यही आजादी की मूल भावना है. जिसे दलों की दीवारों को तोड़कर जयपुर का बड़ी चौपड़ बरसों से निभा रहा है.