जयपुर. राज्य सरकार के सामने छात्रों की स्थगित की गई परीक्षाओं को संपन्न कराना बड़ी चुनौती बनी हुई है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने केवल 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं संपन्न कराने का फैसला लिया है. जबकि कक्षा 1 से 9वीं और 11वीं के छात्रों को अगली क्लास में प्रमोट किया जा रहा है. वहीं, अब राज्य सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और राजस्थान नेत्रहीन सेवा संघ की ओर से प्राप्त पत्रों के क्रम में बची हुई बोर्ड परीक्षाओं में नेत्रहीन परीक्षार्थी और विशेष योग्यजन परीक्षार्थियों को राहत प्रदान की है.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए नेत्रहीन परीक्षार्थी और विशेष योग्यजन परीक्षार्थी जो लिखने में असमर्थ हैं. जिन्हें मेडिकल प्रमाणपत्र की 75 प्रतिशत विकलांगता के आधार पर श्रुतिलेखक उपलब्ध करवाया गया था. ऐसे परीक्षार्थियों को शेष परीक्षाओं से मुक्ति प्रदान की जाती है. इन छात्रों की पूर्व में ली गई परीक्षाओं के औसत प्राप्तांकों के आधार पर परिणाम जारी किया जाएगा.
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बहरहाल, राज्य सरकार ने नेत्रहीन और विशेष योग्यजन छात्रों को तो राहत दे दी, लेकिन फिलहाल सरकार के सामने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराते हुए दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं को कराने की बड़ी चुनौती सामने है.