जयपुर. कोरोना संकट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की जयपुर शाखा जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचा रही है. हालांकि इस दिशा में 15 मार्च से ही सेवा कार्य शुरू कर दिया गया था. अधिकारियों का दावा है कि प्रदेश में अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा परिवारों तक राहत पहुंचाई जा चुकी है.
राजस्थान में इस महामारी से पहुंचे दुष्प्रभाव के दौरान संघ ने सेवा कार्यों की व्यापकता भी बढ़ाई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में जयपुर प्रांत संघचालक का दायित्व संभाल रहे डॉ. रमेश अग्रवाल का दावा है कि प्रदेश में अब तक 8,213 स्वयंसेवकों ने 1,51,162 परिवारों तक राहत पहुंचाई है.
पढ़ें: भरतपुर में दो और कोरोना पॉजिटिव मिले, कुल आंकड़ा पहुंचा 5, सभी पॉजिटिव तबलीगी जमात से
डॉ. रमेश अग्रवाल के मुताबिक राजस्थान में संघ की 898 शाखाएं हैं, जिसमें जुड़े स्वयंसेवकों द्वारा 15 मार्च से ही इस दिशा में सेवा कार्य शुरू कर दिया गया था. संघ ने शुरुआत में काढ़ा पिलाना और पत्रक वितरण के साथ सोशल मीडिया में जन जागरण अभियान चलाया था. इसके बाद लॉकडाउन शुरू हो होने पर स्वयंसेवक आमजन से इसकी पालना की अपील के साथ ही पेयजल, भोजन पैकेट, सूखे राशन का वितरण, वृद्धजनों की देखभाल, स्वच्छता, सैनिटाइजेशन बनाकर उसका वितरण, मास्क का निर्माण और वितरण के साथ ही साबुन बांटने जैसे अनेक कार्य कर रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर स्व प्रेरणा से स्वयंसेवक जनसहभागिता निभाते हुए ट्विटर ट्रेंड पर 'सेवा फॉर सोसाइटी' और 'इंडिया थैंक्स' नामक ट्वीट के द्वारा कोरोना वॉरियर्स का अभिनंदन कर समाज में सकारात्मक वातावरण बनाने में भी सहयोग कर रहे हैं.
पूरे प्रदेश में वितरित किए 87 हजार से ज्यादा मास्क
प्रदेश के संघचालक डॉ रमेश चंद्र अग्रवाल के मुताबिक प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में जब मास्क के की कमी आई तब स्वयंसेवकों ने 5 हजार मास्क बनाकर अस्पताल में वितरित किए. वहीं, पूरे प्रदेश में 87,775 मास्क बनाकर आम लोगों को वितरित किए गए. इसके अलावा समाज के वंचित वर्ग और घुमंतू बस्तियों में रोजाना भोजन के पैकेट भी पहुंचाए जा रहे हैं. अब तक 5,43,100 भोजन के पैकेट लोगों को उपलब्ध कराए गए हैं. संघ के खंड कार्यवाहक महेश कुमार के अनुसार पूरे राजस्थान में बीते 5 दिन से लगातार 20 दिन तक की सूखी सामग्री के 65 हजार से अधिक राशन किट तैयार करवा कर वितरित किए गए हैं. वहीं, स्वयंसेवकों ने पशु-पक्षियों के लिए चारा चुंगी की व्यवस्था भी की है.