जयपुर. रीट पेपर लीक मामले (REET Paper Leak Case Update) में अनुसंधान कर रही राजस्थान एसओजी ने आज बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. एसओजी (Rajasthan SOG Action in REET Paper leak Case) ने शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम से पेपर लीक करने वाले गिरोह के रामकृपाल मीणा की ओर से पेपर बेचकर अर्जित की गई धनराशि में से 21 लाख 80 हजार रुपए का कैश बरामद किया है.
प्रकरण में एसओजी ने पूर्व में कार्रवाई करते हुए राम कृपाल मीणा से 71 लाख रुपए नकद बरामद किए थे. इसके साथ ही विभिन्न बैंक खातों में जमा 11 लाख रुपए फ्रीज करवाए थे. इस प्रकार से अब तक एसओजी राम कृपाल मीणा से कुल 1 करोड़ 3 लाख 80 हजार रुपए की राशि बरामद की है.
यह धनराशि राम कृपाल मीणा ने गिरोह के उदाराम और एक अन्य आरोपी से पेपर बेचकर प्राप्त की थी. वहीं इस पूरे प्रकरण में कुछ अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिन्हें पेपर बेचा गया है, जिसके बारे में एसओजी लगातार अनुसंधान कर रही है.
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जयपुर से पेपर लीक होने के बाद पहुंचा सांचौर और बाड़मेर: एसओजी की ओर से किए गए अब तक के अनुसंधान में यह तथ्य सामने आए हैं कि जयपुर के शिक्षा संकुल से पेपर लीक (Reet paper Leak case Update) करने के बाद उसे सांचौर और बाड़मेर में कुछ अभ्यर्थियों को भेजा गया. शिक्षा संकुल के जिस स्ट्रांग रूम में पेपर रखे गए थे उसे खोलने के लिए 2 चाबियों की जरूरत होती है. जिसकी पहली चाबी कोऑर्डिनेटर बीएस बेरवा और दूसरी चाबी कोऑर्डिनेटर रविंदर फौजदार के पास मौजूद थी.
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पूरी प्लानिंग के साथ पेपर आउट: रीट पेपर के स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर ने स्ट्रांग रूम खुलवाने के बाद दोनों कोऑर्डिनेटर को किसी काम से बाहर भेज दिया और इसी दौरान राम कृपाल मीणा ने पेपर आउट कर लिया. पेपर आउट करने के बाद गिरोह के सदस्यों को पेपर पहुंचाया गया, इसके साथ ही सांचौर और बाड़मेर में कुछ अभ्यर्थियों को भी डायरेक्ट पेपर भेजा गया. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में अभी कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी होनी शेष है जिनकी तलाश में एसओजी टीम जुटी हुई है.