जयपुर. रीट लेवल 2 परीक्षा भले ही राजस्थान सरकार ने रद्द कर दी हो, लेकिन अब भी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. भाजपा इस मुद्दे को आज सड़क के बाद कल से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में सदन तक उठाने की पूरी तैयारी में है. इसके लिए भाजपा ने अपनी विधायक दल की बैठक में रणनीति भी बना ली है. इससे पहले रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर भाजपा की ओर से आज गांधी सर्किल पर धरना दिया जा रहा है.
वहीं, कांग्रेस पार्टी भी विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए अपने विधायकों को एकजुट रहने का निर्देश दे ही रही है. भाजपा के गांधी सर्किल पर हो रहे प्रदर्शन को लेकर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जो भाजपा गांधी और उसके सिद्धांतों को नहीं मानती है, उन्हें गांधी की मूर्ति के नीचे बैठकर प्रदर्शन करने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि एक ओर तो भाजपा महात्मा गांधी को मानती नहीं है और दूसरी ओर उनकी मूर्ति के नीचे बैठकर नाटक करती है. गांधी कांग्रेस के मॉडल हैं और उसी मॉडल पर कांग्रेस पार्टी चलती है. गांधी की मूर्ति के नीचे बैठकर भाजपा में अगर दम है तो सबूत दे.
अमित शाह के घर बैठकर होता है षड्यंत्र: मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बैठकर राजस्थान की सरकार को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र (Pratap singh Khachariyawas on Amit Shah) किया जाता है. भाजपा का षड्यंत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस परीक्षा को रद्द करके फेल कर दिया है. प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब बिना तथ्यों और बिना सबूतों के भाजपा के नेता मंत्रियों के नाम ले रहे हैं, मुख्यमंत्री के स्टाफ का नाम ले रहे हैं. अगर इनके पास कोई सबूत है तो वह सबूत कल विधानसभा में पेश करें.
मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि पेपर लीक होने पर भाजपा के राज मे भी परीक्षा निरस्त हुई थी, लेकिन भाजपा ने कभी इसकी जांच नहीं करवाई. जबकि राजस्थान की सरकार पेपर लीक मामले (REET Paper Leak Case) की जांच भी करवा रही है और गिरफ्तारियां भी की जा रही है. जबकि भाजपा केवल इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि बिना सोचे समझे जो भाजपा के नेता आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं और मंत्रियों और अधिकारियों का नाम ले रहे हैं अगर उन्होंने मानहानि का दावा पेश कर दिया तो इन नेताओं के लिए जवाब देना मुश्किल हो जाएगा.