जयपुर. केंद्र की मोदी सरकार ने अपना आम बजट पेश कर दिया है. बजट को लेकर सीआईआई की ओर से बजट परिचर्चा का आयोजन भी किया गया जहां कारोबारियों ने बजट को लेकर अपनी मिलीजुली प्रतिक्रिया दी.
बजट को लेकर कारोबारियों को काफी उम्मीद थी लेकिन कॉरपोरेट सेक्टर और एमएसएमई को लेकर जो घोषणाएं बजट में की गई है, उससे कारोबार में गति जरूर आएगी.
चर्चा में कारोबारियों ने कहा कि यह बजट एमएसएमई, किसान शिक्षा और चिकित्सा को ध्यान में रखकर बनाया गया है. हालांकि कॉरपोरेट सेक्टर को इस बजट में एक खास तौर पर ध्यान में रखा गया है जिसके बाद कारोबार को थोड़ा बूस्ट मिल सकेगा. वहीं कॉरपोरेट टैक्स में फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने छूट दी है तो ऐसे में निवेश की संभावनाएं ज्यादा बढ़ गई है.
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व्यापारियों का मानना है कि बजट में राजस्थान को कोई बड़ी सौगात नहीं मिली है लेकिन फिर भी शिक्षा, चिकित्सा और कृषि के क्षेत्र में जो घोषणाएं सरकार की ओर से की गई है, उसका लाभ निश्चित तौर पर राजस्थान के किसानों और आम जनता को मिल सकेगा.
वहीं महिला कारोबारियों से बात करने पर उन्होंने कहा कि बजट में सभी वर्ग का ध्यान रखा गया है लेकिन किसी एक क्षेत्र पर फोकस नहीं किया गया है. महिला उद्यमी आज एमएसएमई सेक्टर पर सबसे ज्यादा जुड़ी हुई है और खासकर रूरल एरिया में महिला समूह काम कर रहे हैं. उन्हे लेकर सरकार को बजट में कोई बड़ी घोषणा करनी चाहिए थी.
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इसके अलावा चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं का कहना था कि इस बार चिकित्सा के क्षेत्र को सबसे अधिक ध्यान में रखा गया है और देश में चल रही चिकित्सकों की कमी और नए मेडिकल कॉलेज खोलने की बात बजट में की गई है. इसके अलावा मेडिकल डिवाइस की खरीद पर जो टैक्स लगाया गया है उसे भी अब मेडिकल के क्षेत्र में ही उपयोग में लाया जाएगा. यह सबसे बड़ी घोषणा चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी हुई है. भले ही राजस्थान को लेकर कोई बड़ा तोहफा नहीं दिया गया हो, लेकिन चिकित्सा, शिक्षा और किसानों को लेकर जो बात की गई है उसका निश्चित तौर पर प्रदेश के लोगों को भी फायदा होगा.