जयपुर. प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को 5 जून से पोस मशीन से बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही उचित मूल्य की दुकानों से राशन का वितरण किया जाएगा. ऑफलाइन चल रही उचित मूल्य की दुकानों के अलावा राशन वितरण के सभी ट्रांजेक्शन पोस मशीन से बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद किए जाएंगे.
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने बताया कि पोस मशीन पर फिर से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण शुरू की जा रही है. इसके लिए कोविड-19 महामारी के बचाव के लिए सामाजिक दूरी, बार-बार हाथों को धोना और सैनिटाइज करना जरूरी होगा. इसके साथ ही कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना करनी होगी.
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खाद्य मंत्री ने बताया कि उचित मूल्य दुकानदार और दुकान पर कार्य करने वाले कार्मिकों को अनिवार्य रूप से राशन वितरण के समय मास्क और ग्लव्स पहनना होगा. राशन वितरण से पहले उचित मूल्य की दुकान या दुकान में उपयोग में लाए जाने वाले उपकरण, जहां से राशन का वितरण किया जाता है, उसकी साफ-सफाई किया जाना जरूरी होगा. साथ ही लाभार्थी को उचित मूल्य की दुकान पर मास्क पहन कर जाना होगा और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए दुकान के सामने बने गोले में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना होगा.
लाभार्थी के हाथों को कराना होगा सैनिटाइज
जिला रसद अधिकारी जयपुर शहर कनिष्क सैनी ने बताया कि उचित मूल्य दुकानदार प्रतिदिन पोस मशीन को शुरू करने से पहले अच्छे से सैनिटाइज कराना होगा. उसके बाद पोस मशीन पर लाभार्थी के अंगूठे का फिंगर प्रिंट लगवाने से पहले लाभार्थी के हाथों को भी सैनिटाइज करना होगा. उचित मूल्य की दुकान के सामने खड़ा रहने के लिए एक मीटर की उचित दूरी पर गोले बनाकर रखना होगा.
ओटीपी से हुए थे कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन
जिला रसद अधिकारी जयपुर शहर सैनी ने बताया कि लॉकडाउन खत्म हो चुका है और इस दौरान देखा गया था कि ओटीपी और बाईपास ट्रांजेक्शन से कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन देखने को मिले थे, जिसके बाद विभाग ने क्या निर्णय किया है? उन्होंने कहा कि उचित मूल्य दुकानदारों के पास सेनेटाइजर और अन्य संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं और उन्हें कोविड-19 के निर्देशों की पालना करनी होगी.