जयपुर. नवनियुक्त बोर्ड अध्यक्षों को कैबिनेट और राज्यमंत्री का दर्जा मिलने के साथ ही अब आरएएस अफसरों की तबादला सूची की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची तैयार कर ली (RAS officers transfer list ready) है. सीएम गहलोत की हरी झंडी मिलने के साथ आजकल में जम्बो आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची आ सकती है.
आयोग में खाली हैं आरएएस के पद: प्रदेश की गहलोत सरकार ने बोर्ड, निगमों, आयोग में अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है. इन अध्यक्षों को कैबिनेट और राज्यमंत्री का दर्जा भी दे दिया है. लंबे समय से खाली चल रहे इन आयोगों, बोर्डो और निगमों को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तो मिल गए, लेकिन अभी भी जहां पर स्टाफ के पद खाली हैं. खासतौर पर आरएएस अधिकारियों की तैनाती की जानी है. सभी निगम, बोर्ड और आयोग के अध्यक्षों ने अपनी-अपनी पसंद के अधिकारियों की सूची मुख्यमंत्री को भेज दी है. इसके बाद यह बताया जा रहा है कि सीएमओ से आरएएस अधिकारियों की जम्बो सूची तैयार कर ली गई है. अब मुख्यमंत्री की अनुमति मिलने के साथ ही आजकल में आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी होगी.
30 बोर्डों में लेंगे आरएएस अधिकारी : मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों 60 से अधिक कांग्रेस नेताओं को राजनीतिक नियुक्ति दी है. इसमें 30 के करीब बोर्ड, निगम और आयोग के अध्यक्ष हैं. इनमें से तीन को कैबिनेट मंत्री का दर्जा और 27 को राज्यमंत्री का दर्जा हाल ही में दिया गया है. नियमों के अनुसार सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों को तमाम वो सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी जो राज्य और कैबिनेट मंत्री को मिलती है, जिसमें निजी सचिव के तौर पर आरएएस अधिकारियों की नियुक्ति होगी.
6 महीने से रहा है इंतजार : पिछले दिनों मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल के बाद से आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी होने का इंतजार है. उस वक्त भी मंत्रियों से उनकी पसंद के अधिकारियों के नाम लिए गये थे. मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने अपने-अपने पसंद के अधिकारियों की सूची भी मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी थी. लेकिन तब से लेकर अब तक तबादला सूची का इंतजार ही हो रहा है.
साल की शुरुआत में हुए थे 90 उच्चाधिकारियों के तबादले: साल की शुरुआत के दिन ही 90 से ज्यादा आईएएस-आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को बड़े स्तर पर तबादला कर गहलोत ने साफ कर दिया कि सरकार के शेष बचे दो साल में जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना है. बता दें कि गहलोत सरकार ने नए साल के पहले दिन ही 46 आईएएस, 35 आईपीएस और 9 आईएएस के तबादले किए थे. बीते साल में राज्य सरकार ने 548 आरएएस अधिकारियों को इधर-उधर किया गया था.
पढ़ें: बड़े साहब ने क्यों रोकी तबादला सूची, Bureaucracy में चर्चाओं ने पकड़ा जोर
आईएएस और आईपीएस के आयेगी लिस्ट : सूत्रों की मानें तो सरकार की ओर से करीब एक दर्जन से ज्यादा जिलों के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी बदले जाएंगे. इसको लेकर भी उच्च स्तर पर मंथन किया जा चुका है. चुनाव से पहले यह माना जा रहा है कि अगले 2 दिन में आने वाली तबादला सूची बहुत महत्वपूर्ण होगी. सरकार ऐसे अधिकारियों को फील्ड में उतारेगी जो सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचा सके और उसका लाभ आने वाले दिनों में कांग्रेस को मिल सके.
सचिवालय में भी हो सकता है बदलाव: जानकारों की मानें तो हाल ही में दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर गए सीनियर आईएएस अधिकारियों के बाद सचिवालय में उच्च स्तर पर अधिकारियों की कमी है. इसको देखते हुए आईएएस अधिकारियों की एक तबादला सूची आ सकती है, जिसमें सचिवालय से बाहर कार्यरत सीनियर आईएएस अधिकारियों को वापस सचिवालय लाया जा सकता है. नई मुख्य सचिव की नियुक्ति के साथ करीब 4 से आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें वापस लाया जा सकता है. पहले सचिवालय से बाहर इसलिए किया था क्योंकि तत्कालीन मुख्य सचिव निरंजन आर्य इन अफसरों से जूनियर थे. इसमें वीनू गुप्ता, राजेश्वर सिंह के नाम शामिल हैं.