जयपुर. RAS मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग (Demand to extend the date of RAS main exam) को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है. यहां अनशन पर बैठे चार अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि, उन्होंने मांगें पूरी होने तक उपचार लेने से भी मना कर दिया है.
दरअसल, राजस्थान लोकसेवा आयोग RAS मुख्य परीक्षा 25-26 फरवरी को करवाने जा रहा है. जबकि प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि सिलेबस में काफी बदलाव किया गया है. इसलिए उन्हें तैयारी के लिए कुछ समय दिया जाए. इसलिए वे परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
RAS मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग (RAS Mains Exam 2021) को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों का धरना जारी है. राजस्थान लोकसेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) ने इस परीक्षा के प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं. इससे गुस्साए अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.
उनका कहना है कि सिलेबस बढ़ने के कारण उन्हें तैयारी के लिए कुछ समय दिया जाए. धरनास्थल पर तीन महिला और तीन पुरुष अभ्यर्थी अनशन पर बैठे हैं. इनमें से 4 की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है. बताया जा रहा है कि इन अभ्यर्थियों ने अस्पताल में उपचार लेने से भी मना कर दिया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग पूरी नहीं करती तब तक वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
शनिवार को भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीना और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ राजस्थान विश्वविद्यालय में धरना दे रहे इन अभ्यर्थियों के बीच पहुंचे और उनकी मांग को समर्थन दिया. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्य परीक्षा से पहले सिलेबस में भरी बदलाव करने के बाद भी आरपीएससी और सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है. जबकि अभ्यर्थियों की तिथि आगे बढ़ाने की मांग जायज है. लेकिन सरकार सत्ता के अहंकार में डूबी है. भर्ती परीक्षाओं को सफलतापूर्वक करवाने में गहलोत सरकार विफल रही है.