जयपुर. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने कहा कि स्वयं के साथ जब सत्ता आती है तो प्रतिभागी भी साथ लेकर आती है और परिणाम भी. वहीं, प्रदेश भाजपा मंत्री महेंद्र जाटव ने कहा कि इस मामले में स्पष्ट जाहिर होता है कि आरपीएससी (RPSC) सत्ता के निर्देशानुसार काम कर रही है.
राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में ट्वीट करके लिखा कि जब सत्ता आती है तो प्रतिभागी और परिणाम साथ लाती है. यह संयोग है या प्रयोग यह तो खुदा ही जाने और फिर लिखा, 'न जाने कब क्या हो जाए'.
इस ट्वीट में राजेंद्र राठौड़ ने डोटासरा के रिश्तेदारों (Relatives of Govind Singh Dotasra) की अंक तालिका की फोटो भी पोस्ट की. इसमें डोटासरा की पुत्रवधु प्रतिभा कि साल 2016 आरएएस एग्जाम इंटरव्यू में 80 प्रतिशत मार्क्स दिखाए गए हैं. वहीं, प्रतिभा के भाई गौरव पूनिया और बहन प्रभा की आरएएस एग्जाम 2018 (RAS Exam 2018) की मार्कशीट में इंटरव्यू के 80 प्रतिशत मार्क्स दिखाए गए हैं.
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वहीं, इस मामले में बीजेपी प्रदेश मंत्री महेंद्र जाटव ने कहा कि इस पूरे प्रकरण से जाहिर हो रहा है कि आरपीएससी भी सत्ता के प्रभाव में काम करती है. जाटव ने कहा कि डोटासरा की पुत्रवधु की बहन और भाई के लिखित एग्जाम में नंबर कम हैं, लेकिन जिस तरह इंटरव्यू में ही 80 प्रतिशत मार्क्स दे दिए गए, वो संदेह खड़ा करता है. जाटव ने कहा कि यह तो सीधे तौर पर अन्य प्रतिभागियों के साथ छलावा और कपट है. जाटव ने गहलोत सरकार (Gehlot Government) पर ईमानदारी से काम नहीं करने का आरोप भी लगाया.
डोटासरा ने क्या कहा : इस विवाद पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि आरएएस सिलेक्शन में उनके जो परिजन सिलेक्ट हुए हैं, वह अपनी योग्यता से हुए हैं. आरपीएससी (RPSC) जैसी संस्थाएं योग्य उम्मीदवारों का चयन करती हैं.
डोटासरा ने आगे कहा कि परिजनों का चयन अगर मेरे नाम से हुआ तो फिर भाजपा राज में विकास कैसे हुआ. ऐसे ही अगर मेरे नाम से सिलेक्शन हो सकता है तो फिर मैं मेरे पोस्ट ग्रेजुएट बड़े बेटे और बहू को आरएएस क्यों नहीं बनवा सका. यह केवल अफवाह है. सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों का वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है.