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कांग्रेस की 'बीसूका' पर सियासत, जिलाध्यक्षों को कलेक्टर के साथ बैठक लेने का अधिकार देना गलत- रामलाल शर्मा - Ramlal Sharma Targeted Dotasra

राजस्थान में बीस सूत्रीय कार्यक्रम (बीसूका) (Rajasthan 20 Point Programme) को लेकर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा के एक बयान पर भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने पलटवार (Ramlal Sharma Targeted Govind Singh Dotasra) करते हुए कहा है कि बीसूका के बहाने कांग्रेस जिलाध्यक्षों को कलेक्टर के साथ बैठक लेने का अधिकार (Right to hold a Meeting with district Collector) देना संवैधानिक व्यवस्था के लिए सही नहीं है.

भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा
भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा
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Published : Jan 1, 2022, 7:56 PM IST

जयपुर. राजस्थान में बीस सूत्रीय कार्यक्रम (बीसूका) (Rajasthan 20 Point Programme) पर बीजेपी ने कटाक्ष करना शुरु कर दिया है. भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा है कि बीसूका के बहाने कांग्रेस जिलाध्यक्षों को कलेक्टर के साथ बैठक लेने का अधिकार (Right to hold a Meeting with district Collector) देना संवैधानिक व्यवस्था के लिए सही नहीं है.

जिलाध्यक्षों को कलेक्टर के साथ बैठक लेने का अधिकार

दरअसल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Congress State President Govind Singh Dotasara) ने कुछ दिन पहले अपने एक बयान में कहा था कि पार्टी के जिलाध्यक्षों को बीसूका (Rajasthan 20 Point Programme) से जोड़कर कलेक्टर के साथ विभागीय योजनाओं की बैठक लेने का अधिकार दिया जाएगा. डोटासरा के इसी बयान पर अब राजस्थान में सियासत छिड़ गई है.

Ramlal Sharma Targeted Govind Singh Dotasra

यह भी पढें- गहलोत सरकार ने 10 जिलाध्यक्षों को 20 सूत्रीय कार्यक्रमों का बनाया जिला उपाध्यक्ष..एक व्यक्ति एक पद फार्मूला हुआ गायब

डोटासरा के बयान पर पलटवार

भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रभारी मंत्री की अभी जो भूमिका है उसमें जिलाध्यक्षों (District presidents were made district vice presidents) को लाने की बात कही जा रही है. यदि ऐसी ही व्यवस्था करनी है तो पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर आप अपने आप को भी बीसूका से जोड़ लीजिए और जब मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक नहीं ले पाएं तो आप बैठक ले लें.

यह भी पढें- बाड़मेर पहुंचे प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला...बीस सूत्रीय कार्यक्रम और विकास योजनाओं की प्रगती की ली समीक्षा बैठक

रामलाल शर्मा ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि अगर यही व्यवस्था लागू करनी है तो कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष को इस कार्यक्रम से जोड़कर उन्हें एसडीएम के साथ बैठक लेने और योजनाओं की समीक्षा करने की जिम्मेदारी दे दें. फिर जनता ने जो विधायक चुने उनकी भी क्या दरकार रह जाएगी. बता दें कि कांग्रेस के कई जिलाध्यक्षों को बीसूका का उपाध्यक्ष बनाया गया है. अब डोटासरा ने यही व्यवस्था अन्य जिलों में भी लागू करने की बात मीडिया से बातचीत में कही है.

यह भी पढ़ें - बीस सूत्रीय कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए समिति का गठन, मुख्यमंत्री गहलोत बने अध्यक्ष

10 नए जिला उपाध्यक्ष नियुक्त

आपको बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से साल के अंतिम दिन राजनीतिक नियुक्तियां (Political Appointments in Rajasthan Congress) शुरू हो गईं हैं. सरकार ने 20 सूत्रीय कार्यक्रम के लिए पार्टी की ओर से 10 नए जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. इस नियुक्ति के बाद सरकार के अपने बनाए उस नियम पर सवाल उठ रहे हैं जिसमें एक व्यक्ति को एक पद देने की बात हुई थी.

जयपुर. राजस्थान में बीस सूत्रीय कार्यक्रम (बीसूका) (Rajasthan 20 Point Programme) पर बीजेपी ने कटाक्ष करना शुरु कर दिया है. भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा है कि बीसूका के बहाने कांग्रेस जिलाध्यक्षों को कलेक्टर के साथ बैठक लेने का अधिकार (Right to hold a Meeting with district Collector) देना संवैधानिक व्यवस्था के लिए सही नहीं है.

जिलाध्यक्षों को कलेक्टर के साथ बैठक लेने का अधिकार

दरअसल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Congress State President Govind Singh Dotasara) ने कुछ दिन पहले अपने एक बयान में कहा था कि पार्टी के जिलाध्यक्षों को बीसूका (Rajasthan 20 Point Programme) से जोड़कर कलेक्टर के साथ विभागीय योजनाओं की बैठक लेने का अधिकार दिया जाएगा. डोटासरा के इसी बयान पर अब राजस्थान में सियासत छिड़ गई है.

Ramlal Sharma Targeted Govind Singh Dotasra

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डोटासरा के बयान पर पलटवार

भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रभारी मंत्री की अभी जो भूमिका है उसमें जिलाध्यक्षों (District presidents were made district vice presidents) को लाने की बात कही जा रही है. यदि ऐसी ही व्यवस्था करनी है तो पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर आप अपने आप को भी बीसूका से जोड़ लीजिए और जब मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक नहीं ले पाएं तो आप बैठक ले लें.

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रामलाल शर्मा ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि अगर यही व्यवस्था लागू करनी है तो कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष को इस कार्यक्रम से जोड़कर उन्हें एसडीएम के साथ बैठक लेने और योजनाओं की समीक्षा करने की जिम्मेदारी दे दें. फिर जनता ने जो विधायक चुने उनकी भी क्या दरकार रह जाएगी. बता दें कि कांग्रेस के कई जिलाध्यक्षों को बीसूका का उपाध्यक्ष बनाया गया है. अब डोटासरा ने यही व्यवस्था अन्य जिलों में भी लागू करने की बात मीडिया से बातचीत में कही है.

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10 नए जिला उपाध्यक्ष नियुक्त

आपको बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से साल के अंतिम दिन राजनीतिक नियुक्तियां (Political Appointments in Rajasthan Congress) शुरू हो गईं हैं. सरकार ने 20 सूत्रीय कार्यक्रम के लिए पार्टी की ओर से 10 नए जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. इस नियुक्ति के बाद सरकार के अपने बनाए उस नियम पर सवाल उठ रहे हैं जिसमें एक व्यक्ति को एक पद देने की बात हुई थी.

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