जयपुर. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को धमकी के मामले में ग्रामीण पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा ने पलटवार किया है. बुधवार को जयपुर में मीडिया से बतचीत में रमेश मीणा ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा को धमकी किसने दी या नहीं दी, यह जांच का विषय है. राज्य सरकार इसकी जांच करवाएगी, लेकिन जो व्यक्ति लाशों पर (Ramesh Meena Big Statement) राजनीति करता है, उसके खिलाफ तो कार्रवाई होनी चाहिए.
पहले भी इसी तरह ली Y श्रेणी सुरक्षा : किरोड़ी को जान से मारने की धमकी पर मंत्री रमेश मीणा ने तीखा बयान देते हुए कहा कि मैं इस मामले में चर्चा नहीं करना चाहता. लेकिन जिस व्यक्ति की खुद की पार्टी में अपनी पूछ (Gehlot Minister Alleged BJP MP Kirodi Lal) नहीं हो रही है, वह चर्चा में भला कैसे रहेंगे. पहले भी उन्होंने अपने जिले में गोली चलवाई थी और Y श्रेणी की सुरक्षा ली थी. गोली किसने चलाई, इसके पीछे क्या मकसद था, उसकी जांच हो रही है. मीणा ने कहा कि धमकी किसने दी, इसकी भी जांच कराई जाएगी.
जिस पर मुकदमे दर्ज हों उसे कानून के हवाले कर देना चाहिए : रमेश मीणा ने कहा कि आज वो सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, उन पर तो पहले से ही कई केस लगे हुए हैं. उन्हें तो खुद को कानून के हवाले कर देना चाहिए. उन्हें सुरक्षा की कहां जरूरत है. रमेश मीणा से जब पूछा गया कि उन्हें उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड से जुड़े मामले में धमकी दी गई है तो रमेश मीणा ने कहा कि वे खुद कह रहे हैं कि मेरे पास सैकड़ों समर्थक हैं तो उन्हें सुरक्षा की कहां जरूरत है. उन्हें तो खुद को अपने ऊपर लगे केसों के मामले में स्वयं को कानून के हवाले करना चाहिए.
पढ़ें : किरोड़ी लाल पर भड़के गहलोत के मंत्री, कहा- कानून की बात करने वाला खुद अपराधी है...पांच केस दर्ज हैं
मंत्री मीणा ने कहा कि मैंने तो सीएम को कहा कि जो व्यक्ति लाशों की राजनीति करता हो, लोगों को धमकाने का काम करता हो, खुद अपराधी हो और सुरक्षा के लिए इस तरह की कहानी बनाता हो, उसको पुलिस को पकड़ना चाहिए. उन्हें जो जान से मारने की धमकी का पत्र मिला है, उसकी पूरी जांच होनी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके.
किरोड़ी लाल मीणा को मिली थी धमकी : बता दें कि भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को 2 दिन पूर्व (Kirodi Lal Threat Case) दिल्ली आवास पर जान से मारने की धमकी देने का पत्र मिला था. जिसके बाद किरोड़ी लाल मीणा की सुरक्षा को लेकर समर्थकों की ओर से मांग उठाई जा रही है.