जयपुर. राज्यसभा चुनाव में एक बार फिर बीजेपी की परेशानी बढ़ गई है. जिसका ठीकरा उसके अपने विधायकों पर फोड़ा जा सकता है. पार्टी ने बड़े जतन किए. अपने विधायकों को प्रशिक्षण देने के लिए होटल में बाड़ेबंदी भी की लेकिन दो विधायकों ने अपने मतों का सही प्रयोग नहीं किया. वो बीजेपी के काम न आ सके. धौलपुर से विधायक शोभारानी कुशवाहा (BJP MLA Shobharani Kushwaha) ने क्रॉस वोटिंग की तो विधायक कैलाश मीणा ने वोट डालते समय भाजपा एजेंट के साथ कांग्रेसी एजेंट को भी अपना वोट दिखा दिया.
भाजपा विधायक का वोट कांग्रेस के नाम: बताया जा रहा है कि धौलपुर से भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाहा जब वोट डालने गईं तो पार्टी के अधिकृत एजेंट राजेंद्र राठौड़ को उन्होंने अपना मतपत्र दिखाया. राठौड़ ने उसे देखते ही अपने हाथ में ले लिया. खबर यह भी है कि मतपत्र में कुशवाहा कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी को वोट दे रही थीं (Cross Voting By BJP MLA)लेकिन अधिकृत रूप से इस बात को न तो भाजपा ने अब तक स्वीकार किया है और न ही यह स्पष्ट हो पाया है कि यह गलती जानबूझकर की गई या गलती से हो गई.भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया से जब यही सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा गलती किस स्तर पर हुई पता नहीं. लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के वकील ने इस संबंध में निर्वाचन अधिकारी को भी पत्र दिया है. बताया जा रहा है कि बीजेपी ने शोभा रानी कुशवाहा को पार्टी के समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉक्टर सुभाष चंद्रा के पक्ष में मतदान करने के निर्देश दिए थे.
कैलाश मीणा ने भी कर दी यह गलती: राज्यसभा चुनाव के मतदान के दौरान भाजपा के दूसरे विधायक कैलाश मीणा की ओर से भी एक बड़ी गलती कर दी गई. बताया जा रहा है कि मतदान के दौरान कैलाश मीणा ने पार्टी के अधिकृत एजेंट राजेन्द्र राठौड़ को अपना वोट दिखाया लेकिन वहां मौजूद कांग्रेस एजेंट और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी दिखा दिया गया. इस पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई और कहा कि कैलाश मीणा का मतपत्र उन्हें भी दिखा दिया गया है.डोटासरा की इस आपत्ति के बाद अब बीजेपी के दूसरे विधायक कैलाश मीणा का वोट भी खारिज होने की संभावना बढ़ गई है.
निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस और डॉ चंद्रा की आपत्तियों को किया खारिज,वैलिड होंगे दोनों मतः वहीं विधायक शोभारानी कुशवाहा के वोट को लेकर निर्दलीय प्रत्याशी डॉक्टर सुभाष चंद्रा की आपत्ति को सुनवाई के दौरान निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दिया. इसी तरह प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की भाजपा विधायक कैलाश मीणा की वोटिंग को लेकर दर्ज कराई गई आपत्ति को भी चुनाव आयोग ने सुनवाई के दौरान खारिज कर दिया. सुनवाई के दौरान इन दोनों ही विधायकों की मतदान से जुड़े वीडियो को देखा गया जिसके बाद यह आपत्ति खारिज की गई. मतलब अब इन दोनों ही विधायकों द्वारा दिए गए वोट को मान्य माना जाएगा. भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाहा द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी को वोट दिए जाने की संभावनाओं के चलते ही संभवतः आपत्ति दर्ज कराई थी.