जयपुर. भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा गुरुवार को अचानक शहीद स्मारक पहुंचे और मदरसा पैरा टीचर्स, विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक और बेरोजगारों की मांगों (Kirori Lal Meena Support Parateachers)का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक पर धरना देने वालों के समर्थन में वे एक जनवरी को सांकेतिक रूप से धरने पर बैठेंगे. किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Kirori Lal Meena target gehlot government) को उनकी कुर्सी हिला देने की भी चेतावनी दी.
किरोड़ी लाल मीणा गुरुवार शाम को शहीद स्मारक पहुंचकर प्रदेश के बेरोजगारों, मदरसा पैराटीचर्स, विद्यार्थी मित्र सहायक संघ, संविदा सहायक रेडियोग्राफर की मांगों को सुना और रीट के पद बढ़ाकर 50 हजार करने की बेरोजगारों की मांग का समर्थन किया. किरोड़ी लाल मीणा ने पैराटीचर्स पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज की निंदा की और कहा कि सरकार ने पैराटीचर्स से नियमित करने का वादा किया लेकिन किया नहीं.
सरकार ने वादाखिलाफी की है और इसके विरोध में वे पैराटीचर्स के साथ खड़े हैं. पैरा टीचर्स अहिंसात्मक तरीके से विरोध कर रहे हैं और ये गूंगी बहरी सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही. इसलिए एक ही उपाय बचा है कि पैराटीचर्स गांधी परिवार के सामने अपनी मांग रखें. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम को शायद इस बात का डर है कि कहीं उनकी असलियत गांधी परिवार तक पहुंच गई तो उनकी कुर्सी ना हिल जाए. इसीलिए गहलोत सरकार ने पैराटीचर्स को दिल्ली जाने से रोक दिया.
मीणा ने अशोक गहलोत को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हम तय कर दें तो आप की कुर्सी दिल्ली ही नहीं राजस्थान से भी हिला सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बैनर लगे हुए हैं कि 70% वादे पूरे कर दिए, लेकिन पैराटीचर्स को नियमित करने का वादा अभी पूरा नहीं किया तो कैसे 70 फीसदी वादे पूरे कर दिए. उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति को जहां भी मेरी आवश्यकता होगी मौजूद रहूंगा.
गहलोत सरकार की विफलता राहुल गांधी के कान में इटली तक पहुंच जाएगी
गहलोत सरकार की विफलता का जिक्र करते हुए मीणा ने कहा कि चेतावनी देने के बाद आमागढ़ किले पर झंडा फहरा दिया था और गहलोत सरकार की पुलिस देखती रह गई. मीणा ने कहा कि हमने बहुत आंदोलन किए हैं और पैरा टीचर्स को कहा कि मेरे साथ बैठना मैं आपको ऐसा फार्मूला बताऊंगा कि गहलोत की विफलता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के कान में इटली तक पहुंच जाएगी. योजना बनाने से पहले एक बार मुझसे बात कर लेना. मैं कोई राजनीति नहीं करता जहां भी मजदूर किसान, बेरोजगारों, महिला या अन्य किसी पीड़ित का दमन होता है, मैं वहां पहुंच जाता हूं.