जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयपुर मेट्रो फेज 1B के पूर्ण होने में 5 साल की देरी के लिए पिछली भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराने संबंधी बयान को पूर्व यूडीएच मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने हास्यास्पद और तथ्यहीन करार दिया है. उन्होंने कहा है कि सच तो ये है कि मेट्रो फेज 1A का काम भी भाजपा शासन ने ही पूरा कर परियोजना को परिचालन योग्य बनाया था.
लंबे अरसे बाद राजपाल सिंह शेखावत ने एक बयान जारी किया है और इस बार उनके निशाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. अपने बयान में शेखावत ने कहा है कि इन्हीं मुख्यमंत्री ने मेट्रो फेज 1A के परिचालन योग्य होने से पहले ही और बिना किसी सुरक्षा जांच के झूठी वाहवाही लेने के लिए आनन-फानन में इसका उद्घाटन कर दिया था. शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि मेट्रो फेज 1B परियोजना की लागत का 92 प्रतिशत आर्थिक खर्च और 93 प्रतिशत भौतिक कार्य भारतीय जनता पार्टी के शासन के दरमियान ही पूरा कर लिया गया था. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में परियोजना लागत का केवल 8 प्रतिशत का खर्च ही गहलोत सरकार ने वहन किया है.
राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे गहलोत जैसे वरिष्ठ नेता को इस प्रकार की तथ्यहीन बयानबाजी शोभा नहीं देती. उन्हें इस प्रकार के राजनीतिक बयानबाजी के बजाय द्रव्यवती नदी परियोजना जैसे जनहित के कार्य पर ध्यान देना चाहिए. जो वर्तमान सरकार की कंगाली के चलते लगभग बंद है और बुरे हालातों में है. शेखावत ने मेट्रो फेज 2 की डीपीआर को बदलने की कोशिश के बजाय उस पर कार्य शुरू करने की नसीहत दी.
शेखावत ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्तमान कार्यकाल में बताने लायक कोई भी उपलब्धि हासिल नहीं की गई, जिससे हताशा में हैं और केवल भाजपा सरकार की योजनाओं के नाम बदलने और पिछली सरकार को गलत बताने में अपनी पूरी शक्ति लगाए हुए हैं. शेखावत ने कहा कि उन्हें अपनी इस मानसिकता को बदलते हुए सरकार के कामकाज को सुधारने का प्रयास करना चाहिए, जिससे कि वह अपनी स्वयं की उपलब्धि भी जनता के सामने रखने में सक्षम हो सकें.