जयपुर. कोरोना में अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए प्रधानमंत्री केयर फंड और केंद्र के ओर से की जा रही मदद को लेकर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर भाजपा भड़क गई है. भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की है और साथ में यह भी कहा कि राजस्थान सरकार ने तो अनाथ बच्चों के लिए अब तक कुछ खास नहीं किया, लेकिन केंद्र सरकार कर रही है तो उसमें भी मुख्यमंत्री टिप्पणी करते हैं.
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने और वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ ने एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की. राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान कई तरह की मदद राजस्थान सरकार के लिए की, लेकिन प्रदेश सरकार ऑक्सीजन के टैंकर की व्यवस्था तक नहीं कर पाई. वहीं, रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी राजस्थान में आम बात हो गई थी.
राठौड़ ने कहा जिस प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री केयर फंड से मिले वेंटिलेटर महामारी के दौरान निजी अस्पतालों को किराए पर दे दिए वो अनाथ बच्चों के लिए केंद्र की ओर से की जा रही मदद के बारे में इस प्रकार की टिप्पणी करें यह निंदनीय है. राठौड़ ने कहा गहलोत सरकार न केंद्र से मिली सहायता का इस्तेमाल कर पाई और न कोरोना वैक्सीन का सदुपयोग.
वरिष्ठ भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने भी एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री की ओर से लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया. कालीचरण सराफ ने कहा अनाथ बच्चों के लिए मोदी सरकार ने जिस पैकेज की घोषणा की है वो बहुत ही शानदार है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यह भूल गए कि उन्होंने अनाथ बच्चों के लिए इस महामारी के दौरान केवल बातें ही की है और जो घोषणा की है उसका भी कोई लाभ इन बच्चों को नहीं मिल पाया है.
पढ़ेंः अलवर: विषाक्त भोजन खाने से एक ही परिवार के 4 लोग बीमार, 12 साल के बच्चे की मौत
सराफ के अनुसार हर बात में केंद्र सरकार के ऊपर आरोप लगाना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आदत पड़ गई है, लेकिन जनता यह जानती है कि इस महामारी के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने राजस्थान सहित अन्य राज्यों में कितनी मदद की है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा था कि अनाथ बच्चों के लिए पीएम केयर्स फंड डिफेक्टिव है और वह इस बारे में अलग से प्रधानमंत्री से बात करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार की ओर से अनाथ बच्चों के लिए जारी किए गए पैकेज को भी बनाया था.