जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार कांग्रेस विधायक राजेंद्र बिधूड़ी की टीस उभर कर सामने आ गई. उन्होंने यहां तक कह दिया कि आज हम कोरोना वायरस से डर रहे हैं, लेकिन उससे भी ज्यादा खतरनाक है भ्रष्टाचारियों को बचाने वाला वायरस. सदन में चित्तौड़गढ़ एसपी के लिए बोलते हुए बिधूड़ी ने गंभीर आरोप लगाए.
उन्होंने कहा कि एसीबी के टेप रिकॉर्डर में तमाम दस्तावेज मौजूद हैं. उन्होंने विधानसभा में कागज दिखाते हुए कहा कि एसपी ने 2 लाख की रिश्वत मांगी थी. फिर भी क्यों भ्रष्ट अधिकारी को बचाया जा रहा है. इसमें 6 पुलिसवाले भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अफीम के डोडा चूरे की तस्करी रोकी जाए. अगर मैं गलत हूं तो मुझे फांसी की सजा दें. एसपी की सर्विस को टर्मिनेट क्यों नहीं कहा किया जा रहा.
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उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि चित्तौड़गढ़ ड्रग माफिया लगातार सक्रिय है. अधिकारी एसपी को बचा रहे हैं और विजिलेंस जांच में उन्हें क्लीनचिट दे दी गई है. बिधूड़ी ने यह भी कहा कि पुलिस जनप्रतिनिधियों की छवि खराब बना देती है. उन्होंने कहा कि एसपी के 5 साल के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए.
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले कांग्रेस विधायक राजेंद्र बिधूड़ी ने चित्तौड़गढ़ में चल रही डोडा पोस्ट की तस्करी के मामले में एसीबी के साथ मिलकर रिवर्स ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया था. जिसमें एसएचओ को गिरफ्तार भी किया गया था. इस मामले में उस समय से ही राजेंद्र बिधूड़ी लगातार चित्तौड़गढ़ एसपी पर भी हमला कर रहे हैं.