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गुजरात के मुख्यमंत्री को CM गहलोत की सलाह, पंजाब की तरह पड़ोसी राज्यों से मदद क्यों नहीं मांग लेते रूपाणी

गुजरात में हो रही शराब की तस्करी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर ट्वीट के जरिए विजय रूपाणी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है जब गुजरात में पड़ोसी राज्यों से शराब तस्करी होती है तो वे पंजाब की तरह पड़ौसी राज्यों की मदद क्यों नहीं लेते.

ashok gehlot advice to gujarat cm, CM गहलोत की सलाह
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Published : Oct 9, 2019, 11:17 PM IST

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात सीएम विजय रूपाणी के बीच चल रही शराब तस्करी को लेकर बहस अभी जारी है. एक बार फिर ट्वीट के जरिए गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.

  • CM Rupani ji knows very well and most people in #Gujarat know that liquor is smuggled into Gujarat from neighboring states. He should have coordinated with govts of MP, Maharashtra, Haryana & Rajasthan to check this.
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ट्वीट करते हुए कहा कि गुजरात के सीएम विजय रूपाणी और वहां के ज्यादातर लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि पड़ोसी राज्यों से वहां शराब तस्करी के माध्यम से पहुंचती है. इसके लिए उनको चाहिए था कि वह पड़ोसी राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान के साथ कोआर्डिनेशन बनाते.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दी गुजरात के मुख्यमंत्री को सलाह

अंग्रेजी में किए गए ट्वीट जरिए उन्होंने लिखा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री को पड़ोसी राज्यों से इस तस्करी को रोकने के लिए साझा समझौता तैयार करने के लिए रिक्वेस्ट करनी चाहिए थी. ताकि गुजरात में शराबबंदी पूरी तरीके से लागू हो सके.

  • #Gujarat CM should have requested neighboring states to devise an effective joint plan so that smuggling of liquor stops, as Punjab CM has been doing regarding smuggling of drugs into Punjab.
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री अपने ट्वीट में पंजाब का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री जिस तरीके से ड्रग्स की स्मगलिंग को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ संपर्क में रहते हैं. उस तरीके से कभी गुजरात सरकार और रुपाणी जी ने पड़ोसी राज्यों से बात नहीं की, उन्होंने कभी भी पड़ोसी राज्यों से सहायता नहीं मांगी. जिससे कि गुजरात में शराब पर लगा बैन बेहतर तरीके से लागू हो सके.

  • But #Gujarat government and Rupani ji have never spoken about it. They have never sought cooperation from neighboring states so that the ban on liquor in Gujarat is strictly enforced.
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ेंः शराबबंदी पर बोले गहलोत- गुजरात में शराब न मिले तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा या रूपाणी छोड़ दें

गौरतलब है कि गुजरात में शराबबंदी को लेकर अशोक गहलोत और विजय रूपाणी में वाक्‌युद्ध छिड़ा हुआ है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अशोक गहलोत को चुनौती ये दी थी कि वे राजस्थान में शराबबंदी करके दिखाएं. इसके पलटवार में सीएम गहलोत ने कहा था कि सिद्ध कर दें कि गुजरात में शराब आसानी से नहीं मिलती तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात सीएम विजय रूपाणी के बीच चल रही शराब तस्करी को लेकर बहस अभी जारी है. एक बार फिर ट्वीट के जरिए गुजरात के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.

  • CM Rupani ji knows very well and most people in #Gujarat know that liquor is smuggled into Gujarat from neighboring states. He should have coordinated with govts of MP, Maharashtra, Haryana & Rajasthan to check this.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ट्वीट करते हुए कहा कि गुजरात के सीएम विजय रूपाणी और वहां के ज्यादातर लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि पड़ोसी राज्यों से वहां शराब तस्करी के माध्यम से पहुंचती है. इसके लिए उनको चाहिए था कि वह पड़ोसी राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान के साथ कोआर्डिनेशन बनाते.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दी गुजरात के मुख्यमंत्री को सलाह

अंग्रेजी में किए गए ट्वीट जरिए उन्होंने लिखा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री को पड़ोसी राज्यों से इस तस्करी को रोकने के लिए साझा समझौता तैयार करने के लिए रिक्वेस्ट करनी चाहिए थी. ताकि गुजरात में शराबबंदी पूरी तरीके से लागू हो सके.

  • #Gujarat CM should have requested neighboring states to devise an effective joint plan so that smuggling of liquor stops, as Punjab CM has been doing regarding smuggling of drugs into Punjab.
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री अपने ट्वीट में पंजाब का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री जिस तरीके से ड्रग्स की स्मगलिंग को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ संपर्क में रहते हैं. उस तरीके से कभी गुजरात सरकार और रुपाणी जी ने पड़ोसी राज्यों से बात नहीं की, उन्होंने कभी भी पड़ोसी राज्यों से सहायता नहीं मांगी. जिससे कि गुजरात में शराब पर लगा बैन बेहतर तरीके से लागू हो सके.

  • But #Gujarat government and Rupani ji have never spoken about it. They have never sought cooperation from neighboring states so that the ban on liquor in Gujarat is strictly enforced.
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पढ़ेंः शराबबंदी पर बोले गहलोत- गुजरात में शराब न मिले तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा या रूपाणी छोड़ दें

गौरतलब है कि गुजरात में शराबबंदी को लेकर अशोक गहलोत और विजय रूपाणी में वाक्‌युद्ध छिड़ा हुआ है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अशोक गहलोत को चुनौती ये दी थी कि वे राजस्थान में शराबबंदी करके दिखाएं. इसके पलटवार में सीएम गहलोत ने कहा था कि सिद्ध कर दें कि गुजरात में शराब आसानी से नहीं मिलती तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.

Intro:शराब की तस्करी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फिर कहा गुजरात में होती है पड़ोसी राज्यों से शराब तस्करी इसके लिए गुजरात को पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश महाराष्ट्र हरियाणा और राजस्थान के साथ करनी चाहिए बैठ कर बात जिस तरीके से पंजाब गवर्नमेंट की स्मगलिंग को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ रखते हैं संपर्क ऐसा गुजरात सरकार या मुख्यमंत्री रुपाणी जी ने नहीं कियाBody:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के बीच चल रही शराब को लेकर बहस अभी जारी है आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और गुजरात के ज्यादातर लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि पडोसी राज्यों से गुजरात में शराब तस्करी के तौर पर पहुंचती है इसके लिए उनको चाहिए था कि वह पड़ोसी राज्यों मध्य प्रदेश महाराष्ट्र हरियाणा और राजस्थान के साथ कोआर्डिनेशन बनाते गुजरात के मुख्यमंत्री को पड़ोसी राज्यों से इस तस्करी को रोकने के लिए साझा समझौता तैयार करने के लिए रिक्वेस्ट करनी चाहिए थी ताकि गुजरात में शराबबंदी पूरी तरीके से लागू हो सके मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री जिस तरीके से ड्रग्स की स्मगलिंग को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ संपर्क में रहते हैं उस तरीके से कभी गुजरात सरकार और रुपाणी जी ने पड़ोसी राज्यों से बात नहीं की उन्होंने कभी भी पड़ोसी राज्यों से सहायता नहीं मांगी जिससे कि गुजरात में शराब पर लगा बैन बेहतर तरीके से लागू हो सकताConclusion:
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