जयपुर. बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के ऊपर एक नया दबाव तंत्र सक्रिय होने से राजस्थान में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा (Rajasthan Weather Update) है. राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को बारिश हुई थी. मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को प्रदेश के करीब 24 जिलों में बारिश की संभावना है. कई जगह पर भारी और अति भारी बारिश होने का भी अलर्ट जारी किया गया है.
इन जिलों में होगी बारिश- मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को जयपुर, बारां, कोटा, बूंदी, बांसवाड़ा समेत अन्य जगह पर बारिश दर्ज की गई. मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, मध्यप्रदेश के मध्य भागों से गुजर रही है.प्रदेश में 2 दिन कोटा उदयपुर भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है. कई जगह पर मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई गई है.
इन जिलों में अति भारी बारिश की संभावना- मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, करौली, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक और उदयपुर में बारिश होने की संभावना है. कहीं-कहीं पर मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली के साथ भारी बारिश की संभावना है. वही बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ में मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ कहीं- कहीं पर भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
अधिकतम तापमान: प्रदेश में अधिकतम तापमान की बात की जाए तो अजमेर में 32.9 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 32.5 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 33.8 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 31.8 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 31.7 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 34.4 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 34 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 32.6 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 36.8 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 31 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 31.6 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 37.1 डिग्री सेल्सियस, पाली में 33.8 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 38.9 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 36.2 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 37.4 डिग्री सेल्सियस.
बीकानेर में 37.6 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 36.1 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 36.2 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 29.8 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 35.2 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 32.9 डिग्री सेल्सियस, बारां में 31.9 डिग्री सेल्सियस, डूंगरपुर में 34.3 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 36.2 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 36.6 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 35.6 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 29.4 डिग्री सेल्सियस, करौली में 32.6 डिग्री सेल्सियस, बांसवाड़ा में 31.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर संभाग के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. वहीं पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक मध्य प्रदेश के ऊपर बना वेलमार्क लो प्रेशर एरिया वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर स्थित है. इसके आगामी 24 घंटों में धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और इसके बाद उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़कर दक्षिणी उत्तर प्रदेश की तरफ आगे बढ़ने की संभावना है. इस तंत्र के प्रभाव से आगामी 48 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में मानसून सक्रिय होने और हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना है. 14-15 सितंबर के दौरान उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश में एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है .
16 सितंबर से पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होगी और कोटा व भरतपुर संभाग में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज होने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर संभाग में आगामी दिनों में केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है.
बारिश से चिंतित धौलपुर के किसान: पछेती बारिश से जिले के किसानों की सांसे थम रही हैं. पकाव पर खड़ी बाजरा, दलहन, तिलहन, ज्वार एवं ग्वार की फसलों के लिए यह बारिश नुकसान के संकेत दे रही है. खराब मौसम ने जिले के काश्तकारों को परेशानी में खड़ा कर दिया है. अधिकांश किसानों ने बाजरा फसल की कटाई की शुरू कर दी है. खेतों में कटी पड़ी बाजरे की फसल में कंडुवा रोग के साथ सड़ने की भी संभावना दिखाई दे रही है. किसान विनीत कुमार शर्मा ने बताया वर्तमान समय में खरीफ फसल पकाव की मंजिल तक पहुंच चुकी है. लेकिन पछेती बारिश ने किसानों को झकझोर दिया है. बरसात और खराब मौसम ने किसानों को परेशानी में खड़ा कर दिया है. कड़ी मशक्कत कर किसान बाजरे फसल की कटाई कर रहा है, लेकिन खेतों में कटी पड़ी बाजरे की फसल में बरसात से भारी नुकसान की संभावना दिखाई दे रही है.
खेतों में कटी पड़ी बाजरे की फसल में कंडुआ रोग के साथ सड़ने की संभावना दिखाई दे रही है. इसके साथ तिलहन, दलहन और ग्वार,ज्वार की फसल में भी नुकसान हो सकता है. उधर मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी राजस्थान में फिर से मानसून का दबाव बन रहा है. अगर आगामी समय में और अधिक बारिश हो सकती है तो किसानों को खेती में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. कृषि विभाग के उपनिदेशक विजय कुमार डागुर ने बताया किसान पकाव की स्थिति पर खड़ी फसल को अभी नहीं काटें. मौसम खुलने के बाद ही खरीफ फसल की कटाई की शुरुआत करें.
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रबी फसल के लिए लाभकारी बारिश: जिले में पकाव की स्थिति पर खड़ी खरीफ फसल के लिए वर्तमान बारिश काफी नुकसान देय मानी जा रही है. लेकिन आगामी रबी फसल के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी. 20 सितंबर से रवि फसल की बुवाई का सीजन शुरू हो जाएगा. कृषि विभाग के मुताबिक 20 सितंबर से किसान शुरुआत में सरसों फसल की बुवाई कर सकेंगे. 15 अक्टूबर तक सरसों फसल की बुवाई का अंतिम समय रहेगा. उन्होंने बताया रवि फसल के लिए बरसात होना शुभ संकेत है. सरसों, गेहूं एवं आलू फसल के लिए खेती को मापदंड के मुताबिक नमी मिल सकेगी.