जयपुर. राजस्थान में मानसून पूरी तरीके से सक्रिय हो गया है. ऐसे में अब इंद्रदेव प्रदेश पर मेहरबान नजर आ रहे हैं. ज्यादा बारिश की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में जलभराव की भी समस्या देखी जा रही है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं.
बता दें, बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के कारण मानसून पश्चिम दिशा में आगे की ओर बढ़ रहा है, जिसके चलते पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में मानसून को लेकर मौसम विभाग की ओर से चेतावनी भी जारी की गई है.
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार आगामी 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. विभाग ने अजमेर, कोटा, जयपुर में 4 अगस्त तक रेड अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही इन जिलों में 200 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश होने की संभावना भी जताई है.
यह भी पढ़ेंः बाढ आ'गई' : आंगई डैम से छोड़े गए पानी ने 50 गांवों को बनाया 'टापू'...पार्वती नदी के निचले इलाकों पर बाढ़ का संकट
इसके अलावा मौसम विभाग ने भरतपुर, दौसा, धौलपुर, अलवर, कोटा, अजमेर, झालावाड़, बूंदी, टांक, नागौर सहित कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने सरकार और प्रशासन को अलर्ट रहने की चेतावनी भी जारी की है.
प्रदेश में औसत के बराबर हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी तक औसत के बराबर ही बारिश दर्ज की गई है. 4 दिन पहले के आंकड़ों को देखा जाए तो प्रदेश में औसत से 16 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन बीते 24 घंटे में प्रदेश में हुई बारिश से अब आंकड़ा बराबर में पहुंच गया है.
राजस्थान में 214.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जानी थी. इसके विपरीत राजस्थान में अभी तक 216 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इसके साथ ही राजधानी जयपुर की बात की जाए तो राजधानी जयपुर में भी औसत से 9 फ़ीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
वहीं, प्रदेश में सर्वाधिक बारिश की बात की जाए तो सर्वाधिक बारिश सवाई माधोपुर में दर्ज की गई है. मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार सवाई माधोपुर में 69 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. साईमाधोपुर में 301 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जानी थी, इसके विपरीत सवाई माधोपुर में 507 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.