जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में रह रहे शिक्षकों, अन्य स्टाफ और उनके परिजनों को नए साल की शुरुआत में बड़ी सौगात मिली है. विश्वविद्यालय में बीसलपुर का पानी पहुंचाने के लिए 15 करोड़ रुपए की परियोजना को स्वीकृति मिल चुकी है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 15 जनवरी को इस परियोजना का शिलान्यास करेंगे.
इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि शिलान्यास के साथ ही काम शुरू कर दिया जाएगा, जो करीब दस महीने में पूरा हो जाएगा. राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने बताया है कि एक साल पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विवि को बीसलपुर का पानी देने की घोषणा की थी, जिसे मंजूरी मिली है.
जानकारी के अनुसार 15 करोड़ रुपए की यह परियोजना पूरी होने के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर के आवासों और विभिन्न ब्लॉक के लिए 19 लाख लीटर पानी हर दिन मिलेगा. जबकि महाराजा-महारानी कॉलेज ब्लॉक और हॉस्टल्स सहित अन्य ब्लॉक के लिए 8 लाख लीटर पानी प्रतिदिन मुहैया करवाया जाएगा.
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इस परियोजना के तहत 15 लाख लीटर क्षमता का स्वच्छ जलाशय और पंप हाउस, 4.50 लाख लीटर क्षमता की पानी की टंकी, 10 लाख लीटर क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, महाराजा कॉलेज में 6.50 लाख लीटर क्षमता का स्वच्छ जलाशय और महारानी कॉलेज में 4 लाख लीटर क्षमता की पानी की टंकी बनेगी. इसके साथ ही विश्वविद्यालय परिसर, राजस्थान कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज, पोद्दार प्रबंध संस्थान और महाराजा और महारानी कॉलेज में 21 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी.
कुलपति प्रो. राजीव जैन ने बताया है कि जलदाय विभाग ने जो परियोजना बनाई है, वह 2051 तक की जरूरत को ध्यान में रखकर बनाई गई है. अनुमान है कि 2051 में राजस्थान विवि को 19 लाख लीटर पानी की जगह 23 लाख लीटर और महारानी-महाराजा कॉलेज के लिए 8 लाख लीटर की जगह 10 लाख लीटर रोज पानी की दरकार होगी.