जयपुर. ग्रीवेंस कमेटी की मिनिट्स को सिंडिकेट की बैठक में पास करवाने की मांग को लेकर आठ दिन से आंदोलन कर रहे शिक्षकों को अब विश्वविद्यालय के अन्य कर्मचारी संघों का भी समर्थन मिल गया है. अशैक्षणिक, तकनीकी और सहायक कर्मचारी संघ के पदाधिकारी भी शिक्षकों के धरने में शामिल हुए. सिंडिकेट की बैठक बुलाने की घोषणा नहीं की गई तो विश्वविद्यालय बंद का आह्वान किया जाएगा.
राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (रूटा) के महासचिव संजय कुमार ने बताया कि सोमवार को राजस्थान विश्वविद्यालय अशैक्षणिक कर्मचारी संघ, सहायक कर्मचारी संघ और तकनीकी कर्मचारी संघ ने शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन दिया है. पदाधिकारी भी शिक्षकों के साथ धरने पर बैठ गए. उनका कहना है कि 4 अक्टूबर तक कुलपति सिंडिकेट की बैठक बुलाने की घोषणा नहीं करते हैं तो विश्वविद्यालय बंद का आह्वान किया जाएगा.
तकनीकी कर्मचारी संघ ने दिया समर्थन
उन्होंने बताया कि अशैक्षणिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. यशपाल चिराना, सहायक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रतनलाल और तकनीकी कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष शंकर ने शिक्षकों के सत्याग्रह को समर्थन दिया और धरने पर बैठ गए. आपको बता दें कि अन्य राजकीय सेवाओं से विश्वविद्यालय शिक्षक की सेवाओं में आए शिक्षकों की पदोन्नति के लिए गठित ग्रीवेंस कमेटी की रिपोर्ट सिंडिकेट से पास करवाने की मांग को लेकर शिक्षक आठ दिन से कुलपति सचिवालय के बाहर सत्याग्रह कर रहे हैं. इस बीच चार बार कुलपति ने शिक्षकों से बात भी कि लेकिन संतोषप्रद आश्वासन नहीं मिलने के कारण चारों बार वार्ता बेनतीजा रही है. अब शिक्षकों ने विश्वविद्यालय बंद की चेतावनी दी है.