जयपुर. जालोर की चिंगारी अब पूरे प्रदेश में ज्वाला की तरह भभक रही है. जालोर में टीचर की पिटाई से हुई दलित छात्र की मौत के मामले (Dalit student death after teacher beaten him) में यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर छात्रों का धरना जारी (University students protest) है. छात्रों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है. छात्रों ने एलान किया है कि जब तक इंद्र कुमार और उसके परिजनों को इंसाफ नहीं मिलेगा, प्रदर्शन जारी रहेगा.
इस दौरान मौके पर पहुंचे चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने छात्रों को आश्वस्त किया कि वो उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे. हालांकि, आश्वासन के बाद भी छात्रों का धरना जारी रहा. सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी धरने में शामिल हुए और उनका समर्थन किया है. किरोड़ी कल छात्र के परिजनों से मिलेंगे और अपना एक माह का वेतन देंगे.
छात्रसंघ चुनाव के बीच जालोर में शिक्षक की पिटाई से हुई मासूम की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. यूनिवर्सिटी कैंपस में रविवार शाम से छात्र धरने पर बैठे. कई पूर्व छात्र नेता भी इस घटना के विरोध में धरने में शामिल हुए. वहीं, निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा ने कहा कि पीड़ित परिजनों को न्याय मिले. सरकार मासूम इंद्र कुमार की फैमिली को एक करोड़ का मुआवजा दे. साथ ही मासूम के परिवार से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाए. छात्रों ने स्कूल के शिक्षक को कड़ी से कड़ी सजा देते हुए स्कूल की मान्यता रद्द करने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती, धरना जारी रहेगा.
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वहीं, धरने पर बैठे छात्रों से वार्ता करने पहुंचे चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि जालोर की घटना दलितों के प्रति अन्याय वाली बड़ी त्रासदी है. जालोर जैसे केस राजस्थान में लगातार हो रहे हैं. जिन पर रोक लगाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार दलितों के हितों में सोचने वाली सरकार है. हालांकि, अभी उन्होंने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की है. लेकिन दलित समुदाय की अपील है कि उदयपुर प्रकरण में कन्हैयालाल के परिजनों को जो मुआवजा दिया गया. वहीं, आर्थिक मुआवजा जालोर के मृतक बच्चे के परिजन को दिया जाए. स्कूल की मान्यता भी रद्द करने के लिए वो मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे.
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धरने पर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी पहुंचे. किरोड़ी ने छात्रों का समर्थन किया. जानकारी के अनुसार, किरोड़ी कल मृतक छात्र के परिजनों से मुलाकात करेंगे. बताया जाता है कि किरोड़ी परिजनों को अपने एक माह का वेतन सहायता स्वरूप (Kirodi to help family of dalit student) देंगे.
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इससे पहले मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन ने भी छात्रों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन छात्रों ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने इंद्र कुमार के हत्यारे के मामले की फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई करने की भी मांग की, ताकि उसके परिजनों को न्याय मिल सके. साथ ही सरकार से एक कमेटी गठित किए जाने की भी मांग की गई, जो सभी स्कूलों के छात्रों खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान और पिछड़े क्षेत्र के छात्रों से ऐसी घटनाओं को लेकर फीडबैक ले.