जयपुर. कोविड गाइडलाइन की पालना में राजस्थान विश्वविद्यालय ने विवि और संघटक कॉलेजों के सभी छात्रावास 3 मई तक के लिए बंद रखने का फैसला लिया है. हालांकि अभी जो विद्यार्थी छात्रावासों में रह रहे हैं. उन्हें हॉस्टल्स खाली करने के लिए कुछ समय की मोहलत दी गई है. इस अवधि में या तो विद्यार्थियों को अपने घर लौटना होगा या रहने की कोई दूसरी व्यवस्था करनी होगी.
राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए सरकार ने जो गाइड लाइन जारी की थी. उसकी अक्षरशः पालना करने के लिए विश्वविद्यालय ने कदम उठाते हुए शैक्षणिक और अशैक्षणिक गतिविधियों को बंद करवा दिया है. इसी क्रम में हॉस्टल्स को भी बंद करने का फैसला लिया गया. इसके विरोध में विद्यार्थियों ने प्रदर्शन भी किया. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने आज बैठक में यह निर्णय लिया है कि सरकार की गाइड लाइन और कोविड की दूसरी लहर की भयावहता को देखते हुए हॉस्टल्स को बंद ही रखा जाएगा.
उनका यह भी कहना है कि जब विश्वविद्यालय ने क्लासेज और लाइब्रेरी बंद कर दी है तो हॉस्टल्स चालू रखने का कोई औचित्य ही नहीं है. हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया है कि भी जो विद्यार्थी हॉस्टल्स में रह रहे हैं. उन्हें तत्काल हॉस्टल खाली नहीं करवाया जा रहा है. उन्हें घर लौटने के लिए कुछ समय की मोहलत चाहिए तो वे अपने वार्डन से बात कर अपने घर लौटने का समय बता सकते हैं.
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बता दें कि सरकार ने कोविड के बढ़ते खतरे के चलते शिक्षण संस्थाओं को 16 अप्रैल से बंद करने का फैसला लिया था. इसके बाद विश्वविद्यालय ने 19 अप्रैल को अपनी गाइडलाइन जारी करते हुए सभी हॉस्टल्स को बंद करने का फैसला लिया था. जिसका छात्रावासी विद्यार्थी विरोध कर रहे थे.