जयपुर. राजस्थान सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभाग में परिवहन विभाग एक मुख विभाग है. राज्य सरकार के द्वारा परिवहन विभाग को राजस्व मामले में चौथे नंबर का दर्जा भी दिया गया है. वहीं इस वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग के लिए राज्य सरकार के द्वारा टारगेट भी जारी कर दिया गया है. बता दें कि परिवहन विभाग को इस वित्तीय वर्ष 2021- 22 में 6500 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल करना होगा, जो कि परिवहन विभाग के लिए एक चुनौती है.
परिवहन विभाग के पिछले राजस्व लक्ष्य की बात की जाए तो परिवहन विभाग बीते वर्ष भी अपना राजस्व लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया था. बता दें कि इस वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग को पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 500 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल अधिक करना होगा. पिछले वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग को 6 हजार करोड़ रुपए का राजस्व दिया गया था, लेकिन बीते वर्ष देशभर में लगे लॉकडाउन का सबसे बड़ा असर परिवहन पर देखने को मिला था. नई गाड़ियों की बिक्री में भी कमी आई थी और इसके साथ ही राजस्थान सरकार के द्वारा भी ट्रांसपोर्टर्स को एक बड़ी राहत दी गई थी, जिसमें परिवहन विभाग के राजस्व पर एक बड़ा असर पड़ा था.
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साथ ही वित्त विभाग की ओर से परिवहन विभाग के राजस्व को कंपाउंड करते हुए 5200 करोड़ रुपए कर दिया गया था, जिसके बदले में परिवहन विभाग के द्वारा 4333 करोड रुपए का राजस्व अर्जित किया गया था. वहीं पिछले वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो परिवहन आयुक्त रवि जैन के कार्यकाल में विभाग ने एक नई उपलब्धि को हासिल करते हुए मार्च महीने में ही 1000 करोड़ से अधिक का राजस्व हासिल करने का कीर्तिमान रचा था. ऐसे में अब विभाग की कमान एक नई मुखिया के हाथ में है. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी महेंद्र सोनी अब परिवहन विभाग की कमान संभाल रहे हैं.