जयपुर. देशभर में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना के चलते देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है. इसके साथ ही प्रदेश का पर्यटन ढांचा भी चरमरा गया है. लेकिन अब लॉकडाउन के बाद अनलॉक में दोबारा से राजस्थान में पर्यटन गुलजार होने लगा है. जयपुर के पर्यटन स्थलों को देखने पर्यटक आ रहे हैं. अक्टूबर महीने की बात करें तो जयपुर के सभी पर्यटक स्थलों पर कुल 85,390 पर्यटक आए हैं.
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सर्दियों में सैलानियों की संख्या और बढ़ेगी और राजस्थान पर्यटन दोबारा से अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा. प्रदेश का पर्यटन ढांचा इतना मजबूत हुआ करता था कि जिसमें स्वाइन फ्लू ,जीका जैसे कितने वायरस आक्रमण कर चुके हैं. लेकिन पर्यटन ढांचे को टस से मस नहीं कर सके. लेकिन इस बार पर्यटन ढांचे को काफी नुकसान हुआ और कोरोना के चलते 18 मार्च को सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था.
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रिसोर्ट, होटल, रेस्टोरेंट और हाथी गांव को बंद कर दिया गया. जिससे पर्यटन उद्योग को अरबों का नुकसान हुआ. अनलॉक-1 में 1 जून से पर्यटन स्थलों को दोबारा से शुरू कर दिया गया. 8 जून से होटल इंडस्ट्री को भी दोबारा से शुरू कर दिया गया. लेकिन 30 जून तक पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई. मानसून सत्र शुरू होने के बाद अगस्त में धीरे-2 पर्यटकों का रुझान बढ़ने लगा.
राजधानी जयपुर के पर्यटन स्थलों पर अक्टूबर में 85390 पर्यटक आ चुके हैं. वहीं बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए उम्मीद यही है, कि नवम्बर माह में यह संख्या बढ़कर एक लाख तक हो जाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद पर्यटन के मुख्य सचिव आलोक गुप्ता और उनकी पूरी टीम दोबारा से पर्यटन को अपने पैरों पर खड़े करने की तैयारी में जुट गई है.
नवंबर के पहले दिन हवा महल देखने पहुंचे सबसे ज्यादा पर्यटक
1 नवंबर के दिन शहर के हवा महल, अल्बर्ट हॉल, आमेर, नारगढ़ सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर सैलानियों का तांता लगा रहा. रविवार को पहली बार हवा महल में सबसे ज्यादा पर्यटक पहुंचे. पुरातत्व विभाग के निदेशक प्रकाश शर्मा ने बताया कि रविवार को कुल 1036 सैलानी हवामहल देखने पहुंचे. जिससे करीब 40800 की आय हुई. हवा महल में पर्यटकों के आने का समय सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक रहेगा.