जयपुर. राजस्व अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार के मामले में राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद ने नाराजगी जाहिर की है. सेवा परिषद ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भेज कर जनप्रतिनिधियों पर कोरोना काल में राजस्व अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. साथ ही जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लाने की मांग.
राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद् अध्यक्ष विमलेंद्र राणावत ने बताया कि कोरोना महामारी के वक्त भी तहसीलदार सेवा परिषद के राजस्व अधिकारी लगातार अपना काम कर रहे हैं. सरकार की गाइडलाइन की पालना को लेकर गांव-ढाणी तक काम किया जा रहा है, बावजूद इसके कई जगहों पर ऐसी घटनाएं सामने आ रही, जहां पर जनप्रतिनिधि उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं.
लगातार जनप्रतिनिधियों की ओर से दुर्व्यवहार की घटनाओं से आहत होकर राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मांग की है कि वह ऐसे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लाए लाये, इसके साथ में बचे हुए कार्यकाल के लिए सख्त नसीहत दी जाए.
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विमलेंद्र राणावत ने कहा कि राजस्व प्रशासन हमेशा ही आपदा, चुनाव, सामान्य प्रशासन के साथ मिलकर प्रभावी रूप से काम करता है. कोरोना महामारी में भी फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम कर रहे हैं. वहीं, इस दौरान कुछ जनप्रतिनिधि हमारा मनोबल गिराने का काम करें रहे हैं. कुछ जनप्रतिनिधियों ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर अधिकारियों को निलंबित किया है.
उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से यह भी मांग करें कि इन राजस्व अधिकारियों को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार होमगार्ड के जवान इनके साथ तैनात करें, ताकि यह फील्ड में काम करते वक्त किसी भी तरह से असुरक्षित महसूस नहीं करें.