जयपुर. एसओजी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम (Rajasthan SOG Action) देते केबीसी में 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांसा देकर 22 लाख की ठगी करने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. एसओजी ने सोमवार रात झारखंड के धनबाद से आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. आरोपी ने कंप्यूटर साइंस में बी-टेक किया हुआ है जो लोगों को अलग-अलग नंबरों से अधिकारी बन कॉल करता था. इसके बाद ठगी की राशि को फर्जी खातों में डालता था.
जानकारी के अनुसार इस मामले में अब तक एसओजी तीन लोगों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है, जिन्होंने इसे अपने खाते उपलब्ध कराए थे. इनके आधार पर ही मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि जयपुर निवासी महिला अनीता जांगिड़ ने 22 लाख रुपए की ठगी का मुकदमा साल 2020 में दर्ज कराया था. शिकायत पर एसओजी ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी तापस कुमार मंडल निवासी बलियापुर धनबाद झारखंड को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एसओजी को पासबुक, चेकबुक एटीएम कार्ड व कई बैंक खातों की जानकारी और लिंक मिले हैं.
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एसओजी थानाधिकारी संजय आर्य ने बताया कि यह ठग केबीसी लॉटरी के फर्जी दस्तावेज भेजकर अलग-अलग अधिकारी बन कर कॉल करता था. इसके बाद रुपए ट्रांसफर करने के नाम पर ठगी करता था. पीड़िता को फोन कर लॉटरी के नाम पर 29 बैंक खातों में करीब 22 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए थे. यह रुपए ठग ने फाइल चार्ज, पिन बदलने, मिठाई, जीएसटी, टैक्स, कस्टम सहित अन्य चार्ज बताकर ठग लिए थे.
शातिर ठग ने ऐसे की ठगी- एसओजी एसपी गौरव यादव ने बताया कि शातिर ठग ने अनिता जांगिड़ को फोन कर खुद को केबीसी लॉटरी विभाग का प्रतिनिधि बताया और 25 लाख रुपए की लॉटरी लगने का झांसा दिया. इसके बाद लॉटरी की राशि प्राप्त करने के लिए फाइल चार्ज के रूप में, जीएसटी चार्ज, टैक्स, कस्टम, पिन नंबर हटाने, सेविंग खाते को करंट खाते में कन्वर्ट करने आदि के नाम पर अलग-अलग समय पर 29 अलग-अलग बैंक खातों में कुल 22 लाख रुपए जमा करवा लिया. ठग ने अनीता को उसके द्वारा जमाई कराई गई राशि केबीसी लॉटरी की राशि के साथ वापस लौटाने का झांसा दिया. इसके बाद ठग ने दुबई से एक टीम को भारत बुला कर जीते गई राशि अनीता को दिलाने की बात कहते हुए टीम को दुबई से जयपुर बुलाने के लिए उनकी फ्लाइट की टिकट व रहने आदि के खर्चे की भी मांग की. जिस पर शक होने पर अनीता ने एसओजी में ठगी का मामला दर्ज करवाया था.