जयपुर. प्रवासी मजदूर रविवार को रायगढ़, नागुलपल्ली, पुणे शहरों से तीन ट्रेनों में राजस्थान के पाली, जालोर और जयपुर स्टेशनों पर पहुंचे. बता दें कि ट्रेनों से आने वाले करीब 2,329 प्रवासी मजदूरों को राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार रोडवेज बसों में बैठाकर निःशुल्क उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया है. साथ ही राजस्थान से बाहर जाने वाले 5,663 प्रवासी श्रमिकों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया है.
राजस्थान रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने बताया कि राजस्थान रोडवेज द्वारा राजस्थान में विभिन्न राज्यों से ट्रेनों में बैठकर पहुंचे 2,329 मजदूरों को रोडवेज बसों में बैठाकर उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया है. राजस्थान से बाहर जाने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए अजमेर -बस्ती, उदयपुर- वाराणसी, जयपुर- रांची, पाली- वाराणसी, अलवर- छपरा (बिहार), अलवर- गाजीपुर (यूपी) जाने वाली ट्रेनों के लिए राजस्थान रोडवेज ने 5663 प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश के विभिन्न जिलों एवं तहसीलों से रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया है.
राजस्थान रोडवेज द्वारा रविवार को प्रवासी श्रमिकों के लिए यूपी हाथरस के लिए श्रीमाधोपुर, जालौर, सीकर, जोधपुर, सिरोही, आबूरोड, बूंदी, अजमेर और जयपुर के कानोता, वीर तेजाजी मार्ग मानसरोवर से बसों का संचालन किया गया. जिसमें 1773 प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया.
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इसके अलावा कोटा-भरतपुर, कोटा- कस्बा थाना मध्य प्रदेश बॉर्डर और कोटा- बयाना के लिए एक-एक बस संचालित कर 91 प्रवासी श्रमिकों को गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया. राजस्थान रोडवेज द्वारा आज तक 38 ट्रेनों के माध्यम से राजस्थान आने वाले 42,000 यात्रियों को विभिन्न जिलों व तहसीलों में उनके घर पहुंचाया जा चुका है.