जयपुर. पटवारियों के बाद अब रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारी भी अब आंदोलन की राह पर उतर आए हैं. बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभों के भुगतान की मांग को लेकर रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारी धरने पर बैठे हुए हैं. रोडवेज कर्मचारी सरकार और रोडवेज प्रशासन से बकाया परिलाभो के भुगतान की मांग कर रहे हैं. 9 अप्रैल तक लगातार धरना जारी रहेगा.
प्रदेश स्तरीय धरने में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से रिटायर्ड कर्मचारी शामिल हो रहे हैं. रिटायर्ड कर्मचारी बकाया भुगतान के साथ ही हर महीने समय पर पेंशन देने की मांग को लेकर सरकार और रोडवेज प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जता रहे हैं. काफी समय से बकाया भुगतान को लेकर रिटायर्ड कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन अभी तक भी उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही.
रिटायर्ड कर्मचारियों के मुताबिक 56 महीने से बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभों के तुरंत एकमुश्त भुगतान, हर महीने के पहले कार्य दिवस को वेतन और पेंशन के साथ एक माह के सेवानिवृत्ति परिलाभों का भुगतान, 1998 से बकाया अधिश्रम भत्ते के गैरकानूनी कटौती किए बिना भुगतान की पारदर्शी भेदभाव रहित नीति बनाने की मांग को लेकर आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन के आव्हान पर जयपुर में शहीद स्मारक पर प्रदेश स्तरीय धरना दिया जा रहा है.
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आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आनंद चौधरी, उपाध्यक्ष गिर्राज प्रसाद शर्मा, प्रदेश सचिव हरिचरण दुबे के संयुक्त नेतृत्व में भरतपुर, हिंडौन, धौलपुर, जयपुर आगार और सीबीएस जयपुर आगार के 123 सेवानिर्वत रोडवेज कर्मचारी धरने पर बैठे हुए हैं. जब तक कर्मचारियों का बकाया भुगतान नहीं कर दिया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव हरगोविंद शर्मा ने बताया कि बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभों के भुगतान के लिए राज्य सरकार से रोडवेज को 500 करोड़ रुपए का विशेष अनुदान देने की मांग की जा रही है. रोडवेज प्रबंधन से सेवानिवृत्ति परिलाभों के भुगतान की नकारात्मक सोच को छोड़कर वेतन-पेंशन के समान और साथ ही प्रतिमाह सेवानिवृत्ति परिलाभों के भुगतान की न्याय संगत सकारात्मक सोच के साथ काम करने की मांग की गई है. कर्मचारियों ने दृढ़ संकल्प लिया है कि जब तक भुगतान नहीं तब तक विश्राम नहीं.