जयपुर. राजस्थान विधानसभा 9 सितंबर से शुरू हो रही है. विपक्ष महिला हिंसा, बिजली संकट समेत कई मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी में है. इस बीच गहलोत सरकार में ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि विपक्ष के पास कोई बिंदू ही नहीं है. जिन मुद्दों पर बीजेपी बात कर रही है, उससे बदत्तर हालात तो भाजपा शासित राज्यों में हैं.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पिछले ढाई साल में कांग्रेस की गहलोत सरकार ने जिस तरह से जनता के हित में फैसले लिए हैं, वह सराहनीय हैं. प्रदेश की जनता को मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का लाभ देने की बात हो या कोरोना संक्रमण के वक्त सरकार की ओर से आम जनता की देखभाल की बात हो, सरकार सभी में बेहतर रही है. उसके बाद विपक्ष को किसी भी तरह का आरोप लगाने का अधिकार नहीं है.
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उन्होंने कहा कि एक लाख बेरोजगारों को रोजगार दिया है. विपक्ष के पास कोई भी ऐसा ठोस बिंदु नहीं है जिसकी वजह से वह विधानसभा सदन के दौरान सत्तापक्ष को घेर सके. बिजली की कटौती की बात जहां तक विपक्ष कर रही है, उन्हें यह पता होना चाहिए कि बारिश की वजह से कोयले की खानों में पानी भर गया था और अचानक बिजली की खपत बढ़ गई थी. जिसकी वजह से दो-तीन दिन बिजली कटौती की समस्या सामने आई थी, लेकिन अब सब व्यवस्थाएं सुचारू रूप से शुरू हो चुकी हैं.
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उन्होंने कहा कि महिला हिंसा की बात है तो मैं कहना चाहता हूं कि बीजेपी के नेता पहले अपने बीजेपी शासित राज्यों का हाल देख लें. उन्हें खुद ब खुद समझ आ जाएगा. चाहे बात उत्तर प्रदेश की हो या मध्य प्रदेश की या उनके सहयोगी दलों के साथ बनी सरकार की. उन राज्यों के की तुलना में राजस्थान की क्या स्थिति है इसे देख लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ अपनी भूमिका निभाने के लिए इस तरह के बयान दे रहा है. हम आपको बता दे कि हाल ही में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बिजली संकट सहित कई मुद्दों के साथ सत्तापक्ष को सदन में घेरने का बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष सरकार की कथनी और करनी में आ रहे अंतर को लेकर घेरेगा.