जयपुर.राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भले ही जनवरी में उनकी 39 सदस्यों की टीम मिल गई थी. लेकिन उस समय भी पार्टी को कोषाध्यक्ष नहीं मिला था. अब जिला अध्यक्षों के साथ राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan PCC) को करीब डेढ़ साल बाद सीताराम अग्रवाल के रूप में राजस्थान कांग्रेस को नया कोषाध्यक्ष मिला है. बुधवार को आधिकारिक रूप से राजस्थान कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने (Congress treasurer Sitaram Agrawal took charge) अपना पदभार भी संभाल लिया.
पदभार संभालते ही सीताराम अग्रवाल ने साफ कहा की कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी बड़ी होती है, लेकिन मैं बिजनेस कम्यूनिटी में पैदा हुआ हूं. जात का बनिया हूं और राहुल गांधी ,सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री अशोक, अजय माकन और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है उसे मैं जरूर पूरा करूंगा.
मनमोहन कमेटी के तहत जिन विधायकों , मंत्रियों, पदाधिकारियों के पार्टी में सालाना जमा कराए जाने वाले पैसे ड्यू हैं. उन बकायादारों की लिस्ट को छोटी करने को लेकर कहा कि बहुत सालों से कांग्रेस पार्टी के पास ट्रेजर नहीं थे. अब पहला काम यही होगा कि कैसे बकाया पैसे को सही तकादे के जरिए पार्टी कोष में जमा करवाया जा सके?. उन्होंने कहा कि तकादा करने में मैं मास्टर आदमी हूं, मैं तो डूबा हुआ पैसा भी निकाल लेता हूं. ऐसे में जो पार्टी का पैसा मंत्रियों, विधायकों, पूर्व मंत्रियों या अन्य जनप्रतिनिधियों या पदाधिकारियों पर बकाया है,उसके लिए मैं तकादा करना शुरू करूंगा. जो लिस्ट बकायेदारों की अभी लंबी है उसे छोटा करूंगा. उन्होंने कहा कि संगठन का जो भी पैसा बकाया है उसे तकादा करके जल्दी वापस ले आया जाएगा. सीताराम अग्रवाल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सभी विधायकों, मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों की भी इच्छा है कि वह पार्टी के लिए अपना कॉन्ट्रिब्यूशन दें.
भाजपा गला पकड़ लेती है, चंदा तो कांग्रेस को लोग स्वेच्छा से देते हैं
चाहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या फिर कांग्रेस के अन्य बड़े नेता सभी अक्सर यह बात कहते हैं कि भाजपा ने देश में ऐसा सिस्टम बना दिया है, कि अब चंदे के रूप में ज्यादातर पैसा भाजपा को ही मिल रहा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी को भी अब डोनेशन के रूप में कम पैसा मिलता है. राजस्थान कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की माली हालात न कभी खराब थी न कभी खराब होगी. उन्होंने कहा कि समुंदर सूखता है तो भी उस में इतना पानी रहता है कि वह आसानी से लोगों की प्यास बुझा दे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा गला पकड़ कर लोगों से पैसा ले रही है. जबकि कांग्रेस को लोग स्वेच्छा से पैसा देते हैं.
सीताराम अग्रवाल बोले, कांग्रेस पार्टी की माली हालात खराब नहीं
उन्होंने कहा कि हमारे पास जो पैसा है वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं का पैसा है. हमारा संविधान इसी तरीके का है कि हमारे पास जो पैसा आता है वह या तो कांग्रेस मेंबरशिप के जरिए बनने वाले कार्यकर्ताओं का पैसा होता है, या फिर जनप्रतिनिधि का जो सालाना जमा कराते हैं. उसी से पार्टी चलती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की माली हालात खराब नहीं है उतार-चढ़ाव चलता रहता है. लेकिन ऐसी स्थिति हमारी नहीं है कि हम चंदे के लिए किसी के पास जाएं.