जयपुर. प्रदेश में बिना अनुमति लगातार खुल रहे नशा मुक्ति केंद्र को लेकर राज्य मानवाधिकार आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है और इस संबंध में प्रमुख शासन सचिव मेडिकल को नोटिस भेजा गया और तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मांगी है. आयोग ने पुलिस थाने में नाबालिगों को टॉर्चर करने के मामले में भी प्रसंज्ञान लिया है.
राज्य मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि प्रदेश में बिना अनुमति नशा मुक्ति केंद्र खोले जा रहे हैं और नशा छुड़ाने के लिए कई तरह की यातनाएं भी उन्हें दी जा रही है. इस संबंध में कई बार खबरें भी प्रकाशित हो चुकी हैं. इसके कारण कई लोग दिमागी संतुलन भी खो चुके हैं. इस तरह का मामला जोधपुर में कुछ दिनों पहले सामने आया था. इस संबंध में राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेकर प्रमुख शासन सचिव, मेडिकल को नोटिस दिया है और मामलों की जांच कर 30 अप्रैल से पहले तथ्यात्मक रिपोर्ट आयोग को भेजने के निर्देश दिए हैं.
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राज्य मानवाधिकार आयोग ने इसी तरह से थानों में नाबालिगों को टॉर्चर करने के मामले में भी प्रसंज्ञान लिया है. पिछले दिनों जोधपुर के थाने में 3 दलित नाबालिगों के साथ पुलिस वालों ने टॉर्चर किया था. यह मामला भी बहुत सुर्खियों में रहा था. राज्य मानवाधिकार आयोग ने कहा कि अक्सर थानों में ऐसे मामले सामने आते हैं, जिसमें नाबालिगों को बुरी तरह से टॉर्चर किया जाता है, जो नियम विरुद्ध है. राज्य मानवाधिकार आयोग ने जोधपुर पुलिस आयुक्त को नोटिस भेजा है और 31 मार्च से पहले तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.