जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल के संचालक मंडल की 234वीं बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए. बैठक में अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों के लिए नई आवासीय योजना सृजित करने, स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए 'अपनी दुकान अपना व्यवसाय' योजना सहित लगभग 50 प्रकरणों को निस्तारित किया गया.
इस संबंध में आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि, जयपुर के प्रतापनगर सेक्टर 17 में आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के राजस्थान संवर्ग के अधिकारियों के लिए एआईएस रेजिडेंसी आवासीय योजना सृजित की गई है. ये योजना स्व वित्तपोषित होगी. इस योजना में 192 बहुमंजिला फ्लैट बनाए जाएंगे. एक फ्लैट का निर्माण 3211 वर्ग फीट क्षेत्रफल में होगा. जिसकी कीमत तकरीबन 91 लाख 58 हजार रुपए होगी.
साथ ही बताया कि, कोरोना काल के दौरान युवाओं को आ रही रोजगार संबंधी समस्या को दूर करने के लिए 2 अक्टूबर को अपनी दुकान अपना व्यवसाय योजना लांच की जाएगी. इस योजना के तहत 27 वर्ग मीटर तक की लगभग 1544 व्यवसायिक भूखंड या निर्मित दुकान ई-बिड सबमिशन के माध्यम से बेचा जाएगा. जबकि जिन 137 दुकानों का आकार 27 वर्ग मीटर से ज्यादा है, उनका निस्तारण ई-ऑक्शन के माध्यम से किया जाएगा.
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इसके अलावा बोर्ड बैठक में कोचिंग हब के मुख्य एजुकेशनल ब्लॉक के निर्माण के लिए इस महीने के अंत तक कार्य आदेश देने का निर्णय लिया गया. वहीं 2001 से पहले के सभी आवासों के आवंटियों को बकाया मासिक किस्तों की राशि एकमुश्त जमा करवाए जाने पर ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी ए श्रेणी के आवेदकों को ब्याज और शास्ति में शत प्रतिशत, जबकि एमआईजी बी और एचआईजी श्रेणी के आवेदकों को 50 प्रतिशत छूट देने का फैसला लिया गया. ये छूट 31 दिसंबर 2020 तक प्रभावी होगी.